Home राजनीति काले रंग का पहनावा, पुलिस के साथ संघर्ष, फिर हिरासत… कुछ ऐसा...

काले रंग का पहनावा, पुलिस के साथ संघर्ष, फिर हिरासत… कुछ ऐसा रहा कांग्रेस का देशव्यापी प्रदर्शन




IMG-20240704-WA0019
IMG-20220701-WA0004
WhatsApp-Image-2022-08-01-at-12.15.40-PM
1658178730682
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.50-PM
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.48-PM

कांग्रेस ने महंगाई और बेरोजगारी को लेकर मोदी सरकार पर हमला करते हुए शुक्रवार को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया. जहां कार्यकर्ताओं को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में बारिश के बावजूद विरोध प्रदर्शन करते देखा गया. वहीं मुंबई और असम में भी इसी तरह का आंदोलन नजर आया. विरोध प्रदर्शन में राहुल गांधी काले कपड़े पहनकर पहुंचे तो कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष और सांसद सोनिया गांधी ने संसद में महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ पार्टी के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया.

पार्टी ने महंगाई पर चर्चा मांगी तो वे मौजूद नहीं थे: मेघवाल

केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि मानसून सत्र में राहुल गांधी जी गंभीर नहीं हैं। उनकी पार्टी ने महंगाई पर चर्चा मांगी तो वे मौजूद नहीं थे और प्रेस वार्ता में मंहगाई की बातें करते हैं। GST की बैठक में वे विरोध नहीं करते और प्रेस वार्ता में विरोध करते हैं। 

महंगाई तो बहाना, ED निशाना है: भाजपा

भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ड्रामा कर रही है।  राहुल गांधी और कांग्रेस अगर महंगाई पर गंभीर होते तो सदन में 7 घंटे की चर्चा में राहुल गांधी बोलते। महंगाई पर बोलना तो छोड़िए उन्होंने वित्त मंत्री के जवाब तक का बहिष्कार किया। महंगाई तो बहाना, ED निशाना है। 

देश की जनता महंगाई की मार से त्राहि-त्राहि कर रही है: बघेल

छत्तीसगढ़ CM भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस कमेटी ने फैसला के बाद ही हम सभी प्रदेशों में महंगाई के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। आज देश की जनता महंगाई की मार से त्राहि-त्राहि कर रही है। पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, दूध, खाने का तेल सब महंगा हो रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने याद दिलाया आपातकाल

केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कहा कि वे जिस तानाशाही और हिटलर की बात कर रहे हैं, इस देश में 25 जून 1975 को लगाई जाने वाली आपातकाल लोकतंत्र की सबसे बड़ी तानाशाही का सबूत है जिसमें सभी विपक्षियों को जेल भेज दिया गया था। 25 जून 1975 देश के लोकतंत्र का काला दिन है। 

देश सच्चाई जानना चाहता है: अनुराग ठाकुर

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि उनको जांच एजेंसियों का डर क्यों है? आखिरकार छिपा क्या रहे हैं? क्यों सड़कों पर उतर रहे हैं? जनता बार-बार एक सवाल पूछती है कि गुनहगार को गुनाह छिपाने के लिए सबका सहयोग क्यों लेना पड़ रहा है? भ्रष्टाचार करना और ऊपर से सीना चौड़ा करके सरकार और जांच एजेंसियों पर दवाब बनाना, ये कहां का न्याय है। सोनिया जी, राहुल जी इस तरह का खेल मत खेलिए। देश सच्चाई जानना चाहता है और जांच एजेंसी जांच करना चाहती हैं।

प्रियंका गांधी ने भरी हुंकार

कांग्रेस पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार को लगता है कि विपक्ष में जो भी है उनको दबा सकते हैं। उनको लगता है कि अपनी फौज दिखाने के बाद हम समझौता करे लेंगे। इनके मंत्री कहते हैं कि महंगाई नहीं है। हम प्रधानमंत्री आवास तक जाकर महंगाई दिखाना चाहते हैं। उनके लिए मंहगाई नहीं है, क्योंकि मोदी जी ने पूरे देश की संपत्ति अपने दोस्तों को दे दी है। उन पर कोई कार्रवाई नहीं है। 2-4 लोग रईस हो गए हैं लेकिन आम जनता तड़प, तरस रही है। उनको महंगाई इसलिए नहीं दिखती क्योंकि उनके पास पैसा ही पैसा है। सब चीजें महंगी हो चुकी हैं।

पुलिस कर्मियों द्वारा वाटर कैनन इस्तेमाल किया गया

चंडीगढ़: महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस कर्मियों द्वारा वाटर कैनन इस्तेमाल किया गया।