शुभ होता है सपने में सूर्य, चंद्रमा और इंद्र ध्वज देखना, जानें क्या कहता है भविष्य पुराण
हर कोई मनुष्य सोते समय सपने देखता है. शास्त्रों में इन सपनों के भी अर्थ बताए गए हैं. भविष्यपुराण के अनुसार सूर्य पूजन के बाद सपने देखने के कई अर्थ हैं.
हाइलाइट्स
भविष्यपुराण के अनुसार सूर्य पूजन के बाद सपने देखने के कई अर्थ हैं.
सपने में कई सिर व हाथ देखना घर में लक्ष्मी के आने का संकेत है.
सपने देखना या ना देखना मनुष्य के वश में नहीं है. सपने किसी भी समय सोने पर और किसी भी तरह के आ सकते हैं. कभी यह अच्छे तो कभी बुरे व डरावने भी होते हैं, पर स्वप्र शास्त्र व भविष्यपुराण सहित कुछ शास्त्रों के अनुसार सपनों में आने वाले भविष्य का कोई संकेत छिपा होता है. आज हम भविष्य पुराण के अनुसार सपने के प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं, जो पुराण के अनुसार सूर्य पूजन के बाद दिखने पर शुभ या अशुभ फल देते हैं.
भविष्यपुराण के अनुसार सपने व उनका फल
पंडित के अनुसार, भविष्य पुराण में सूर्य पूजन का विशेष महत्व बताया गया है. शास्त्र के अनुसार भगवान सूर्य का विभिन्न अवसरों पर विधिपूर्वक पूजन के बाद रात को जमीन पर शयन करने पर जो सपना आता है, उसमें कोई अर्थ छिपा होता है. खुद भगवान सूर्य ने इस बारे में बताया है. उनके अनुसार स्वप्र में यदि मनुष्य भगवान सूर्य, इंद्र ध्वज तथा चंद्रमा को देखें तो उसे सभी समृद्धि मिलती है.
श्रृंगार, चावल, दर्पण, सोने के आभूषण, बहता रक्त, वृक्षारोपण, बाल झड़ते दिखना, भेड़, शेर व पानी के जानवर को मारकर खाना, अपने अंग, हड्डी, सोने, चांदी व पद्मपत्र के पात्र में खीर खाना, जुए व युद्ध में विजय, अपने शरीर का जलना, आंतों का निकलना, समुद्र व नदी का पानी पीना, पर्वत उन्मूलन व शिरोबन्धन देखना ऐश्वर्य बढ़ाने वाला होता है.
माला, सफेद कपड़े, पशु, पक्षी का लाभ और विष्ठा का लेपन प्रशंसनीय माना गया है. जो स्वप्न में समुद्र व नदी को साहस के साथ पार करता है उसे लंबी आयु का पुत्र होता है. घोड़े या रथ पर यात्रा भी संतान के आगमन की सूचना देता है.
सपने में पांच लोगों की बात होती है सच
पंडित के अनुसार भविष्य पुराण में कुछ लोगों की सपने में कही बात को मानने का भी उल्लेख है. इनमें देवता, द्विज, श्रेष्ठ वीर, वृद्ध तपस्वी व गुरु की सपने में कही बातों को भी सच कहा गया है, जिनका पालन करना चाहिए. सपने में इनका दर्शन और आशीर्वाद श्रेष्ठ फलदायक माना गया है.