Diet Coke Can Be Harmful: कम कैलोरी और हेल्दी ड्रिंक के चक्कर में अधिकतर लोग फ़िजी ड्रिंक या डाइट कोक का चुनाव करते हैं. लेकिन बता दें कि डाइट कोक और अन्य ड्रिंक हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकते हैं. ये ड्रिंक भी डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को बढ़वा दे सकते हैं.
हाइलाइट्स
फ़िजी ड्रिंक से दांत हो सकते हैं खराब
फ़िजी ड्रिंक हार्ट डिजीज का कारण भी बन सकते हैं.
इन ड्रिंक्स का सेवन मोटापे को बढ़ावा दे सकता है.
Diet Coke Can Be Harmful : पार्टी हो या फ्रेंड्स के साथ चिल करना हो डाइट कोक और अन्य लो कैलोरी ड्रिंक युवाओं द्वारा काफी पसंद किए जाते हैं. ज्यादातर लोगों का मानना है कि डाइट फ़िजी ड्रिंक हेल्दी ऑप्शन हो सकते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है. इसे मीठा बनाने के लिए चीनी की अधिक मात्रा का उपयोग किया जाता है. कई डाइट ड्रिंक्स में मीठे की जगह अन्य स्वीटनर्स का प्रयोग किया जाता है. जिसमें चीनी से कम कैलोरी होती है लेकिन ये भी हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकते हैं. कई अध्ययनों से ये पता चलता है कि ये लो कैलोरी ड्रिंक वजन बढ़ने और डायबिटीज के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं. चलिए जानते हैं ये फ़िजी ड्रिंक कैसे हेल्थ को प्रभावित करती है.
अधिकतर फ़िजी ड्रिंक में साइट्रिक एसिड होता है जो दांत के इनामेल को नुकसान पहुंचा सकता है. क्लासिक फ़िजी ड्रिंक में चीनी का अत्यधिक प्रयोग होता है जो दांतों को कमजोर और डिके को बढ़ावा देता है. इनमें एसिड और फूड कलर को शामिल किया जाता है जो दांतों को खराब कर सकते हैं. डार्क कलर के फ़िजी ड्रिंक विशेष रूप से खतरनाक होते हैं.
मोटापा
अध्ययनों से पता चलता है कि आर्टिफीशियल स्वीटनर वजन बढ़ने के जोखिम को बढ़ा सकती है. डाइट कोक, डाइट पेप्सी और अन्य ड्रिंक्स में पाया जाने वाला सुक्रोलोज महिलाओं और अधिक वजन वाले लोगों में भोजन की लालसा और भूख को बढ़ा सकता है. इसे पीने से ब्रेन भूख को बढ़ा सकता है जिसके परिणामस्वरूप अधिक कैलोरी का सेवन किया जा सकता है.
डायबिटीज
दिन में सिर्फ दो ड्रिंक्स पीने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा दोगुना हो जाता है. कई अध्ययनों में ये दावा किया गया है कि डाइट कोक या लो कैलोरी ड्रिंक पीने से बीमारी होने की संभावना 139 प्रतिशत तक बढ़ जाती है. जो लोग एक दिन में 5 सर्विंग यानी एक लीटर ड्रिंक पीते हैं, तो उनके टाइप-2 डायबिटीज होने की संभावना 10 गुना अधिक बढ़ जाती है.
स्ट्रोक
हर दिन एक कैन से कम फ़िजी ड्रिंक का सेवन करने से हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है. लाखों लोगों द्वारा दैनिक रूप से इसका उपयोग किया जाता है. जिस वजह से दुनियाभर में डायबिटीज और हार्ट डिजीज के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इसका प्रभाव ब्रेन पर भी पड़ सकता है.
फ़िजी ड्रिंक का अधिक सेवन कई समस्याओं को बढ़ावा दे सकता है. इन ड्रिंक्स में भी समान मात्रा में कैलोरी होती है इसलिए इनके सेवन पर नियंत्रण जरूरी है.