दीपांशु जायसवाल मुंगेली राज्य शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के तहत निर्मित गौठान से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूती की ओर अग्रसर हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप ग्रामीण क्षेत्रों के महिलाओं एवं युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ने गौठान में विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधि का संचालन किया जा रहा है। इससे गौठान में जुड़कर कार्य करने वाले स्वसहायता समूहों की महिलाओं के लिए स्वालंबन की राह आसान हो गई है। मुंगेली विकासखंड के ग्राम कुआगांव का गौठान एक ऐसा गौठान है, जो स्वसहायता समूह की महिलाओं को रोजगार के नए-नए अवसर उपलब्ध करा रहा है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रहा है। गौठान में स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, मुर्गी पालन, गोमूत्र से जैविक कीटनाशक निर्माण, गौठान परिसर के समीप बाड़ी में सब्जी उत्पादन, डबरी में मछली पालन जैसे विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधि किया जा रहा है। ग्राम कुआगांव के गौठान में कार्यरत जय दुर्गे महामाया स्व सहायता समूह की महिलाएं बताती है कि गौठान में उनके द्वारा अब तक 700 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन और विक्रय किया गया है, जिससे उनको अच्छी आमदनी प्राप्त हुआ है। समूह की महिलाएं इस कार्य से काफी खुश है। उनके द्वारा गौठान परिसर से जुड़े बाड़ी में सब्जी उत्पादन कर लगभग 60 हजार रुपए का सब्जी का विक्रय किया गया है। समूह की महिलाओ का कहना है कि पहले अतिरिक्त आय का कोई जरिया नहीं था। लेकिन जब से सरकार ने गौठान का निर्माण किया है और विभिन्न आजीविकामूलक योजनाएं शुरू की है, तब से उन योजनाओ का लाभ उठा कर वे आत्मनिर्भर होने की दिशा में आगे बढ़ रही। महिलाएं बताती है कि गौठान में विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधि से जुड़ने से जो आमदनी प्राप्त हो रही है, उससे घर के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने में मदद मिल रही है। इसके साथ घर के आवश्यकतानुरूप दैनिक उपयोगी सामग्री खरीदने में भी मदद मिल रहा है। पहले अतिरिक्त आमदनी का जरिया नहीं होने से पहले काफी समस्या होती थी। लेकिन अब जिंदगी की राह आसन हो गई है। समूह की महिलाओं ने शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना, गोधन न्याय योजना की भूरी-भूरी सराहना की और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद ज्ञापित किया है।