जो देश के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है। इंकलाब जिंदाबाद के नारों से ब्रिटिश सरकार के खिलाप बिगूल फूका था शहीद भगत सिंह ने जो बम ब्लास्ट किया उसका लक्ष्य किसी को मारना नही बल्की उनके क्रांतिकारी विचारों को गूंगी बहरी ब्रिटिश सरकार के कानों तक पहुंचाने की माध्यम थी जिसे बाद में लोग तरह तरह की आलोचनाए निकालने लगे।
इस जयंती दिवस में छात्रों को संबोधित करते हुए अधिक्षक शंकर लाल मंडावी ने आदिवासी समाज के जो महापुरुषों के जीवनीयों पर भी प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि गुण्डाधुर, जयपाल सिंह, सावित्री बाई, भीमराव अंबेडकर, रानी दुर्गावती, महात्मा ज्योतिबा फुले , बिरसा मुंडा , फुलन देवी ये सभी आदिवासी दलित समाज महिलाओं के लिए पूरे जीवन भर अंतिम तक झूजारू संघर्ष किए। महिलाओं के शिक्षा के लिए सावित्री बाई फुले और ज्योतिबा फूले ने सार्थक प्रयास कर 1848 के दशक में महिलाओं के लिए भारत में प्रथम विद्यालय स्थापना किए । महामानव भीम राव अंबेडकर ने जीवन भर देश में छुआ छूत को मिटाने के लिए संघर्ष किए। धरती आबा बिरसा मुंडा ने जल जंगल जमीन के लिए अबुआ देशम आबुआ राज की नारों से ब्रिटिश सरकार को खदेड़ा था , फूलन देवी ने 12 ब्लातकारियों को मौत की सजा दी, गुण्डाधुर ने में माड़िया जन जाति के लोगों को एकता कर बस्तर के नेतानार से ब्रिटिश शासन को मावा नाटे मावा राज का सरकार के लिए बिगूल फूका था,इन संघर्ष के दौरान इन महानों के जीवन में कई चुनौतीयां को समाना करना पड़ा फिर भी वे हिम्मत नहीं हारे अपने अधिकारों एवं न्याय के लिए अपने प्राणों को समाज के लिए आहूति दे दिए।
जिसके पश्चात आदिवासी छात्र,युवा संगठन के कार्यकर्ता सर्कल अध्यक्ष सोमा नुरूटी, लक्ष्मण मंडावी ने देश की साम्प्रदायिक ताक़तें जो धर्म और जाति के नाम पर लोगों को लड़वाने का काम कर रही है उनके खिलाफ़ लड़ने का आह्वान किया ! भगत सिंह सर्वहारा वर्ग की क्रांति पर प्रकाश डाला ! और विचारों की क्रांति को मज़बूत करने के लिए लिखने की ताक़त और ज्ञान के लिए पुस्तकें पढ़ने पर ज़ोर दिया, और कार्यक्रम में उपस्थित समस्त छात्र छात्राओं को पढ़ाई पर जोर देते हुए कहा कि समस्त छात्र छात्राओं को पढ़ाई को केंद्रित करने लिए अपनी शारीरिक और मानसिक पूर्ण रूप से हमेशा स्वास्थ होना चाहिए जिसे कि आप अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे और वार्षिक परीक्षाओं में अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण हो पाए। इस कार्यक्रम उपस्थित रहे प्री. मैट्रिक बालक छात्रावास अधिक्षक शंकर लाल मंडावी, शिक्षक विष्णू चुरेंद्र, आदिवासी छात्र युवा संगठन सर्कल के कार्यकर्ता सर्कल अध्यक्ष सोमा नूरूटी, लक्ष्मण मंडावी, आलविश एक्का, सीपू पद्दा,