बिलासपुर पुलिस थाना सिविल लाईन एवं एसीसीयू टीम को मिली बहुत बड़ी सफलता।
मुख्य चोर लोकेश श्रीवास के गिरफ्तार होते ही उसके कब्जे से लगभग 12 करोड का सोना एवम हीरे का सामान तथा 12 लाख 50 हजार रुपए नगद बरामद।
थाना सिविल लाईन के 10 चोरी की घटना को अंजाम देने वाले मुख्य चोर को किया गया दुर्ग मिलाई से गिरफ्तार।
काल दिनांक को ही सिविल लाइन पुलिस एवं एसीसीयू बिलासपुर टीम द्वारा किया गया था आरोपी चोर के साथी शिव चन्द्रवंशी को कवर्धा से गिरफ्तार।
रेड कार्यवाही में दिल्ली पुलिस का रहा सहयोग।
आरोपी चोर के साथी शिवा चंद्रवंशी के कब्जे से एक नग सोने का कड़ा, दो नग सोने का चैन, दो नग सोने की अंगूठी एक नग कान की बाली एक चांदी का बिस्किट वजनी 100 ग्राम- नगदी रकम 21000 रुपये, एक नग महिन्द्र कम्पनी का थार वाहन कुल जुमा कीमती 23 लाख रूपये को किया गया था बरामद।
मास्टर माईण्ड चोर –
लोकेश श्रीवास पिता कपील श्रीवास उम्र 32 वर्ष निवासी पाण्डा तराई थाना पाण्डा तराई जिला कवर्धा।
कल दिनांक को गिरफ्तार चोर – शिवा चन्द्रवशी पिता बेनी माधव चंद्रवंशी उम्र 23 वर्ष निवासी गायत्री मंदिर के पास कवर्धा।
संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 19.08.2023 को श्रीराम क्लाथ मार्केट स्थित 05 दुकान एवं दिनांक 25.08.20023 को सत्यम चौक से अग्रसेन चौक के बीच स्थित 05 बड़ी दुकानों कुल 10 दुकानों में अज्ञात चोर द्वारा चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था। जिस पर श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा उक्त चोर को पकड़ने हेतु अलग अलग टीम बनाकर निर्देश दिये गये थे जिसके पालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्री राजेन्द्र जायसवाल नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन श्री संदीप पटेल (भासे) के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सिविल लाईन प्रदीप आर्य एवं एसीसीयू प्रभारी कृष्णा साहू के नेतृत्व टीम बनाकर मुखबीर तंत्र को मजबूत कर एवं तकनिकी साक्ष्यों के आधार पर लगभग 300 सीसीटीव्ही फुटेज को खंगालने पर आरोपी जिला कबीरधाम का निवासी होना पाया गया जिस पकड़ने हेतु घटना दिनांक से टीम आरोपी के निवास एवं रिस्तेदारों के निवास के आसपास डेरा जमाये हुए थी जो दिनांक 28.09.2023 को घटना के मुख्य आरोपी लोकेश श्रीवास अपने साथी शिवा चन्द्रवंशी के साथ अपने निवास के आसपास दिखाई दिया कि सूचना पर रेड कार्यवाही की गई जहां पर उसका सहयोगी शिवा चन्द्रवशी पिता बेनी माधव चंद्रवंशी उम्र 23 वर्ष निवासी गायत्री मंदिर के पास कवर्धा मिला एवं मुख्य आरोपी लोकेश श्रीवास घर की खिड़की से कूद कर भाग गया। शिव चन्द्रवशी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई जिसने उपरोक्त घटनाओं में लोकेश श्रीवास को साथ रहकर घटना कारित करना स्वीकार किया। जिसके कब्जे से लगभग 23 लाख रुपये की मशरूका बरामद किया गया। मुख्य आरोपी लोकेश श्रीवास को बिलासपुर पुलिस की एसीसीयू सिविल लाईन थाने के टीम ने स्मृतिनगर थाना क्षेत्र दुर्ग भिलाई के किराये के मकान से घेराबंदी कर दिल्ली पुलिस के सहयोग से पकड़ा गया। जिसे अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर उसके पास से बिलासपुर के विभिन्न मामलों में चोरी गए 12 लाख 50 हजार रूपये नगदी एवं साढ़े अठारह किलो सोना के जेवरात व हीरे बरामद की गई। लोकेश श्रीवास द्वारा कुछ दिनों पूर्व दिल्ली में हुई बड़ी चोरी की घटना में शामिल होना बताया एवं थाना सिविल लाईन क्षेत्र अंतर्गत श्रीराम क्लाथ मार्केट स्थित 05 दुकानों पूजा गीन अपार्टमेंट, संस्कृति रेडिमेट शोरूम, नरेश फैशन, श्रीराम क्लाथ स्टोर तथा सत्यम चौक से अग्रसेन चौक के बीच स्थित 05 दुकानी प्लेटिनम शू-मॉल, बासुरी मैचिंग सेंटर मान्यवर शोरूम, कामेश टेडर्स, एवं टाईम पैलेस, में चोरी की घटना को अंजाम देना बताया है। लोकेश श्रीवास से पुछताछ जारी है और भी खुलासे होने की संभावना है।
प्रकरण की उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी सिविल लाईन प्रदीप आर्य एसीसीयू प्रभारी कृष्णा साहू थाना सिविल लाईन से उपनिरीक्षक भावेश शेपडे, अजहर उद्दीन, आरक्षक सोनू पाल, अविनाश कश्यप एसीसीयू टीम बिलासपुर से सउनि शोभनाथ यादव प्रआर देवमून पुहुप, आरक्षक तरूण केशरवानी, सत्या पाटले तदबीर पोते, विकास राम, बोधुराम, प्रशांत सिंह वीरेंद्र गंधर्व निखिल जाधव एवं दिल्ली पुलिस के निरीक्षक राजेंद्र सिंह डांगर , दिनेश कुमार विष्णु तिवारी का विशेष योगदान रहा।