रतनपुर-शारदीय नवरात्र के पहले दिन रविवार होने के कारण हजारों श्रद्धालुओं ने मां महामाया मन्दिर पहुचकर पूजा अर्चना कर श्रद्धा पूर्वक शीश नवाकर पुण्य लाभ लिया,वही देश भर के माता भक्तों ने अट्ठाईस हजार मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित कराकर पुण्य लाभ लिया,
उल्लेखनीय है कि पन्द्रह अक्टूबर से शारदीय नवरात्र प्रारम्भ हो गया है,नवरात्रि के पहले दिन सुबह से ही भक्तों की भीड़ लगी रही,माता के भक्तों ने कतार लगाकर श्रद्धापूर्वक मातारानी का दर्शन पूजन किया, महामाया मन्दिर के ट्रस्टीयों ने सर्वप्रथम
दर्शन लाभ लिया ,इस नवरात्र में महामाया देवी के भक्तों ने अठ्ठाइस हजार ज्योति कलश प्रज्वलित कराए है,मंदीर ट्रस्टी अरुण शर्मा ने बताया की मन्दिर परिसर में आवश्यक सभी विभागों के स्टाल लगाए गए है ,जहां से जरूरत पड़ने पर श्रद्धालुओं को जरूरी मदद मिलेगी, मन्दिर प्रबन्धन द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर इस मन्दिर परिसर में जगह जगह कैमरा लगाकर सुरक्षा ब्यवस्था को बनाने में लगे हुए है,नवरात्र के पहले दिन सांसद अरुण साव,बिलासपुर के नए कलेक्टर अवनीश शरण ,व पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने दर्शन लाभ लिया,
भव्य रूप से सजा है महामाया का दरबार
इस नवरात्र मां महामाया देवी का दरबार भव्य रूप से सजा हुआ है,अभी तक के सम्पन्न नवरात्र में पहली बार ऐसी भव्यता श्रद्धालुओं को देखने को मिल रही है,पूरा मन्दिर परिसर को फूलों से सजाया गया है,साथ ही मन्दिर प्रांगड़ में एलईडी के माध्यम से सीधे दर्शन आमजनों को कराया जा रहा है,ताकि गर्भगृह में ज्यादा भीड़ भाड़ न हो सके,
** भैरव मंदिर में भी जगमगाये ज्योत**
तंत्र अधिष्ठाता श्री भैरव बाबा मन्दिर में इस नवरात्र ग्यारह सौ एक ज्योति कलश प्रज्वलित हुए है, तथा मंगला गौरी मन्दिर में तीन सौ ग्यारह ,गिरजाबन हनुमान मंदिर में पांच सौ एक मनोकामना ज्योत तथा सिद्धि विनायक मन्दिर में एक सौ एक ज्योति कलश जगमगा रहे है, वही रानी मन्दिर में भी भक्तों की आस्था लगातार उमड़ रही है,नवरात्र के पहले दिन से ही नगर में स्थित समस्त मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रही,मन्दिर आने वाले श्रद्धालुओं को सुब्यवस्थित दर्शन कराने तथा सुरक्षा के मद्देनजर मन्दिर प्रबन्धन तथा पुलिस् प्रशासन द्वारा परिसर में जगह जगह पुलिस के जवान मुस्तैद किये हुये है,शारदीय नवरात्र के पहले दिन ही रविवार की छुट्टी होने की वजह से देवस्थलों में अपार भीड़ उमड़ी रही मन्दिर प्रबन्धको तथा नगर सेवकों द्वारा सुबह से लेकर देर शाम तक श्रद्धालुओं को सुब्यवस्थित दर्शन पूजन कराते देखा गया,