देवेंद्र कान्हा जायसवाल
मुंगेली, लोरमी- विधानसभा चुनाव 2023 की हलचल के बीच मुंगेली जिले के लोरमी विधानसभा क्षेत्र क्र 27 से निर्दलीय प्रत्याशी संजीत बर्मन ने हजारों की संख्या में समर्थकों के साथ रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय रहवासियों के साथ ही आमजन मौजूद रहे थे ,लोरमी विधानसभा में सुक्रवार को सुबह से ही नामांकन को लेकर उत्साह देखने मिल रहा था, संजीत बर्मन के साथ बड़ी संख्या में समर्थक एकत्रित हुए। नामांकन रैली निकाली गई है, जहां नामांकन रैली लोरमी के अलग-अलग मार्गों से होती हुई कार्यालय पहुंची, जहां संजीत बर्मन ने अनेकों युवा साथियों और समर्थकों के साथ अपना नामांकन दर्ज किय
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के परिणाम तीन दिसंबर 2023 को आएंगे। उनमें भले ही मुंगेली की लोरमी विधानसभा सीट से कोई भी प्रत्याशी जीते या हारे। लेकिन यहां निकली निर्दलीय प्रत्याशी के नामांकन रैली ने सभी बड़ी पार्टी के प्रत्याशियों को गहरी चिंता में डाल दिया है, क्योंकि इस प्रत्याशी की रैली में हजारों समर्थक पहुंचे थे। उनके हाथों थामी गई तख्तियों में संजीत बर्मन की क्रिया कलाप साफ झलक रही थी साथ ही वहीं, दूसरी और रैली में शामिल लोग गांव का बेटा, गांव की शान , कहा पड़े हो चक्कर में कोई नहीं है टक्कर में संजीत बर्मन जिंदाबाद जैसे नारे भी लगा रहे थे। लगभग दो किलोमीटर लंबी इस रैली के बाद निर्दलीय प्रत्याशी ने अपना नामांकन दर्ज तो करवा दिया। लेकिन यह क्षेत्र की पहली ऐसी नामांकन रैली रही, जिसमें इतनी बड़ी संख्या में जनसमुदाय शामिल हुआ
वही आपको बता दें कि नामांकन रैली में जो जन समर्थक पहुंचे थे वह कोई पैसे देकर बुलाई गई भीड़ नहीं थी बल्कि वह संजीत बर्मन के प्यार स्नेह भाईचारा व लगाव से प्रसन्न होकर स्वयं चलकर आए थे इतना ही नहीं बल्कि इस क्षेत्र की जनता संजीत बर्मन को तन मन धन से सहयोग कर रहे हैं यहा की जनता अत्यंत खुश है कि उन्हें एक पढ़ा लिखा क्रांतिकारी युवा नेता मिल रहा है जो विधानसभा पहुंचकर क्षेत्र की अन्य बड़ी समस्या एवं ज्वलनशी मुद्दों को सदन में रखकर लोगों के हक अधिकार एवं स्वान्गीण विकास के लिए आवाज उठाएगा अतः आज जो संजीत बर्मन को इतना स्नेह प्यार मिल रहा है वह उनका समाज के प्रति समर्पण होने के वजह से है इस क्षेत्र की जनता ही नहीं बल्कि अनेकों कस्बो के लोग जानते है कि संजीत बर्मन अपने समाज एवं अन्य पिछड़े दबे शोषित समाज की आवाज बुलंद करने के लिए शिक्षक की नौकरी को भी इस्तीफा दे चुके हैं तब से वह सभी शोषित आम जनमानस लोगों के हक अधिकार के लिए सड़क से सदन तक की लड़ाई लड़ी है चाहे एससी एसटी ओबीसी आरक्षण की बात हो चाहे जाति जनगणना की बात हो चाहे किसी समाज विशेष पर अत्याचार की बात हो चाहे फर्जी जाति प्रमाण पत्र के खिलाफ हो अन्य बड़ी मुद्दाओ के लिए संघर्ष करके संजीत बर्मन हमेशा से सभी की आवाज बुलंद करते आए हैं अगर इस क्रांतिकारी युवा को क्षेत्र की जनता विधायक बनाकर विधानसभा भेजती है तो निश्चित ही लोरमी की तस्वीर बदलती दिखाई देगी