मुंगेली
The भारत 24 न्यूज़ लगातार मुंगेली के अस्पताल व झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर खबर बना रहा है लेकिन जिला अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारी आराम फरमाते बैठे रहते हैं आज कलेक्टर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए जिसमें आज कार्रवाई हुई हैआज की कार्रवाई खानापूर्ति है या आगे जिला अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारी आराम फरमाते बैठे रहेंगे अब देखने वाली बात यह है कि झोलाछाप डॉक्टरों के उपर कब तक कार्यवाही नजर आएगा
मुंगेली कलेक्टर राहुल देव के निर्देशानुसार विगत दिनों जिला चिकित्सालय के टीम द्वारा अवध लाईन केयर, के०एम० इमेजिंग सोनोग्राफी, यशोदा हॉस्पिटल, क्रिश्चन हॉस्पिटल, श्री ईरा अल्ट्रासाउंड क्लिनिक, डॉ० अग्रवाल नर्सिग होम एवं शारदा लाईफ केयर हॉस्पिटल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान शारदा लाईफ केयर हॉस्पिटल के संचालक द्वारा बताया कि विगत तीन माह से सोनोग्राफी मशीन को संचालित करने हेतु चिकित्सक उपलब्ध नहीं है। चिकित्सक उपलब्ध नही होने तत्काल जिला नोडल अधिकारी (पीसीपीएनडीटी) के द्वारा सोनोग्राफी मशीन को अस्थायी रूप से सीलबंध किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभात चंद्र प्रभाकर ने बताया कि गर्भधारण एवं प्रसव के पूर्व निदान तकनीक अधिनियम 1994 अंतर्गत मुंगेली जिले में 04 शासकीय एवं 15 निजी सोनोग्राफी सेंटर संचालित है। शासन के निर्देशानुसार समस्त सोनोग्राफी सेंटरों का प्रत्येक तिमाही में निरीक्षण किया जा रहा है। समस्त शासकीय एवं निजी सोनोग्राफी सेंटर के संचालको को पीसीपीएनडीटी एक्ट का कड़ाई से पालन करने एवं सोनोग्राफी कक्ष, प्रतिक्षालय कक्ष एवं अस्पताल के बाहर यहां भु्रण का लिंग परीक्षण नही किये जाने संबंधी निर्देश चस्पा करने निर्देशित किया गया है। निरीक्षण के दौरान जिला नोडल अधिकारी डॉ० कमलेश खैरवार, जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अधिकारी डॉ० रविशंकर प्रसाद देवांगन, प्रभारी लिपिक सरस्वती बघेल मौजूद रहे।