भारत की सेना ने पाकिस्तान से पुलवामा हमले का बदला ले लिया है. जिस प्रकार से भारत सरकार ने पाकिस्तान को पानी नहीं देने और एक्साइज ड्यूटी 200 फीसदी बढ़ाने का फैसला लिया है, वैसे ही मध्यप्रदेश के छतरपुर के पान के किसानों ने पाकिस्तान को अपने पान नहीं भेजने का फैसला लिया है. किसानों ने अपना फैसला सुनाते हुए पाकिस्तान को पान नहीं भेजने का संकल्प लिया है. छतरपुर जिले के गढ़ीमलहरा, महाराजपुर, पिपट, पनागर और महोबा में जिस पान की पैदावार होती है. यहां का पान मेरठ व सहारनपुर के माध्यम से पाकिस्तान सप्लाई किया जाता है.
किसानों का कहना है कि वे अब अपना पान न तो मेरठ भेजेंगे और न ही सहारनपुर भेजा जाएगा, ताकि पाकिस्तान तक पान पहुंच ही नहीं सके. इस फैसले के बाद पान किसानों को हर रोज करीब 13 से 15 लाख रुपये का नुकसान होगा, लेकिन इन पान किसानों को नफा-नुकसान की कोई चिंता नहीं है. किसानों का कहना है, “भारत सरकार जब पाकिस्तान को पानी नहीं देने का फैसला कर सकती है तो वे भी अपने देश की खातिर पाकिस्तान के लबों की शान बनने वाले पान बंद कर सकते हैं.”
बता दें कि 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे. भारत ने इसके बदला लेते हुए आज पाक अधिकृत कश्मीर में एयर स्ट्राइक की है, जिसमें करीब 300 आतंकियों के मारे जाने की खबर है.