हिन्दी के पर्चे के साथ 12वीं की परीक्षा दो मार्च को शुरू हो गई है। इस परीक्षा में जिले के 23 हजार 731 विद्यार्थी शामिल हुए हैं। हिन्दी के पर्चे में व्याकरण से संबंधित प्रश्न अधिक पूछे गए थे। परीक्षा देकर निकले 12वीं के विद्यार्थियों ने बताया कि पर्चे में व्याकरण से अधिक सवाल पूछे गए थे, जिसमें से शत-प्रतिशत प्रश्नों के उत्तर दे पाए। काफी विद्यार्थियों ने पेपर अच्छा बनने की बात कही। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस वर्ष परीक्षा के समय और पर्चे में काफी परिवर्तन किया है और सुबह आठ बजे के स्थान पर नौ बजे से परीक्षा ली जा रही है। परीक्षा के लिए विद्यार्थी प्रवेश पत्र और स्कूल का आईडी कार्ड लेकर निर्धारित समय से करीब 15-20 मिनट पहले ही परीक्षा केन्द्र पहुंच गए थे और अपनी बैठक व्यवस्था की जानकारी लेकर अपनी सीट पर बैठे। हिन्दी माध्यम के बच्चों का हिन्दी विशिष्ट का पर्चा हुआ तो अंग्रेजी माध्यम के बच्चों का अंग्रेजी विशिष्ट का पर्चा हुआ। प्रश्न पत्र को देखकर विद्यार्थियों के चेहरे खिल उठे और खुशी-खुशी पर्चा हल किए। पर्चे में वैकल्पिक प्रश्न, पद्यांश, गद्यांश और कवि, लेखक का जीवन परिचय पूछा गया था। पर्चे में व्याकरण खंड से अधिक प्रश्न पूछे गए थे।
परीक्षा के दौरान नकल प्रकरण को रोकने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा 13 उड़नदस्ता दल का गठन किया है। उड़नदस्ता टीम ने सिर्फ नकल प्रकरण को ही नहीं बल्कि केन्द्र में प्रकाश, पेयजल व्यवस्था और विद्यार्थियों के बैठने के लिए पर्याप्त संख्या में टेबल कुर्सियों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उड़नदस्ता टीम को कोई नकल प्रकरण नहीं मिला। स्कूलों में परीक्षा संपन्न कराने के लिए चार नवीन परीक्षा केन्द्र सहित कुल 132 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं।