


छतरपुर।
जनपद पंचायत छतरपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत कदारी के सचिव को लोकायुक्त सागर की पुलिस ने चार हजार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। कार्रवाई के बाद उसे निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया है।
ग्राम पंचायत कदारी में पदस्थ सचिव भरत वर्मा पुत्र आरएल वर्मा (29) निवासी ग्राम रामपुर पंचायत में रहकर लोगों से हर काम के लिए रुपयों की मांग करता रहा है। उसने प्रधानमंत्री आवास योजना की कि श्तों को ग्रामीणों के खाते में जारी करने के एवज में 6 ग्रामीणों से 30 हजार रुपए की मांग की थी। सचिव की मनमानी से परेशान ग्रामीणों में से जगत यादव पुत्र कु ंजीलाल यादव निवासी कदारी ने पंचायत सचिव को अपनी गरीबी का हवाला देते हुए शीघ्र राशि जारी करने का आग्रह कि या जिस पर पंचायत सचिव पांच हजार रुपए में के वल उसका काम करने को तैयार हो गया। इधर सचिव से नाराज ग्रामीणों ने तय कि या कि सचिव को इस बार सबक सिखाना है। इसी सोच के साथ जगत यादव ने लोकायुक्त सागर पुलिस से संपर्क करके पूरी बात बताई और सचिव के साथ हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग सुनाई। मामले की जांच के बाद सचिव को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई गई। लोकायुक्त पुलिस सागर ने जगत यादव को के मिकल लगाकर चार हजार रुपए दिए और योजना के तहत उसे सचिव को देने के लिए भेजा। मंगलवार को दोपहर में जगत यादव चार हजार रुपए लेकर सचिव को देने के लिए पहुंचा तो सचिव ने उसे फोन पर बताया कि वह छतरपुर में चौबे कॉलोनी के तिराहे पर मिलेगा। यह सूचना जगत ने लोकायुक्त पुलिस को दे दी। पक्की सूचना मिलते ही लोकायुक्त पुलिस सागर टीम के डीएसपी राजेश खेड़े, आरक्षक यशवंत सिंह, आशुतोष व्यास, अरविंद नायक, गणेश कु शवाहा, राके श बेन और सहायक ग्रेड 3 मनोज कोरकू ने सचिव के बताए गए स्थान पर मोर्चा संभाल लिया। जगत यादव ने सुविधा शुल्क की रकम लेने आए सचिव भरत वर्मा को जैसे ही चार हजार रुपए दिए और रुपए सचिव ने अपनी जेब में रखे वैसे ही मौके की ताक में बैठी लोकायुक्त पुलिस की टीम ने उसे पकड़ लिया। पानी से हाथ धुलवाने पर उसके हाथ लाल हो गए और चार हजार रुपए उसकी जेब से जब्त कि ए गए।
कथन
प्रधानमंत्री आवास योजना की किश्त जारी करने के एवज में सचिव ने पांच हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। फरियादी जगत यादव ने उससे बात करके चार हजार रुपए में सौदा तय कर लिया। इसकी सूचना मिलने पर लोकायुक्त पुलिस ने सचिव को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। उसके पास से के मकि ल लगे चार हजार रुपए भी बरामद हुए हैं।’