खरीफ की खेती शुरू होने वाली है पर किसानों को कर्ज नहीं मिल पर रहा है। जिले में 21 राष्ट्रीयकृत, 9 प्राइवेट और ग्रामीण बैंक हैं जहां 26616 किसानों के लोन अटके हुए हैं। इन्होंने बैंकों से 339.65 करोड़ रुपए कर्ज लिया था। सरकार कर्जमाफी की घोषणा की लेकिन अब तक इन बैंकों को पैसा नहीं दिया। बैंकों ने कर्ज देना तो दूर इन किसानों को डिफाल्टर सूची में डाल दिया है। ऐसे में अब भविष्य में भी किसानों को लोन लेने के रास्ते बंद हो गए हैं।
सरकार ने सहकारी बैंक को 436 करोड़, ग्रामीण बैंक को 20 फीसदी रकम ही दी, राष्ट्रीयकृत बैंकों को कुछ नहीं मिला
- पिछले खरीफ सीजन से पहले जिले के 1 लाख 74 हजार 616 किसानों ने खेती करने के लिए सभी तरह के बैंकों से 820.68 करोड़ रुपए किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कर्ज लिया। इसमें 1 लाख 48 हजार किसानों ने जिला सहकारी एवं केंद्रीय बैंक से 481 करोड़ 3 लाख रुपए, 16 हजार 114 किसानों ने 21 राष्ट्रीयकृत बैंकों से 225 करोड़ 99 लाख रुपए तो 6 हजार 678 किसानों ने ग्रामीण बैंक से 43 करोड़, 15 लाख रुपए कर्ज लिया था।
- वहीं प्राइवेट बैंकों से भी 3,824 किसानों ने 70 करोड़ 51 लाख रुपए कर्ज लिया। कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में कर्जमाफी को सबसे बड़ा मुद्दा बनाया और घोषणा पत्र में इसे शामिल करते हुए इसका खूब प्रचार किया। इसी के दम पर चुनाव भी जीत लिया लेकिन 6 माह बाद भी सभी बैंकों को पूरी रकम सरकार ने नहीं दी है। यही वजह है कि बैंक किसानों को कर्ज देने की बजाय डिफाल्टर घोषित कर रहे हैं।
- अभी तक सरकार द्वारा सहकारी बैंक को 436 करोड़ रुपए दिया है। ग्रामीण बैंक को लोन का 20 प्रतिशत रुपया ही मिला है। राष्ट्रीयकृत बैंकों को अभी तक सरकार ने रकम नहीं दी है। खरीफ की फसल के लिए 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक और रबी की फसल के लिए एक अक्टूबर से 31 मार्च तक किसानों के केसीसी के तहत लोन दिया जाता है। धान की खेती के लिए प्रति एकड़ 18 हजार रुपए किसानों लोन मिलता है।
- जानिए किस बैंक से कितने किसानों ने लिया था कर्ज बैंककिसानों की संख्याकर्ज (लाख में)इलाहाबाद बैंक6381148.35 आंध्रा बैंक379351.20 बैंक ऑफ बड़ोदा8401123.25 बैंक ऑफ इंडिया558988.30 बैंक ऑफ महाराष्ट्र50139केनरा बैंक445745.65सीबीआई22911659कॉरपोरेशन बैंक2423देना बैंक119298इंडियन बैंक1223.26इंडियन ओवरसीज 190350ओबीसी356654पीएसएस बैंक122188पीएनबी23402135एसबीआई48017670सिंडीकेट बैंक4069यूकाे बैंक430783यूनियन बैंक9771450विजया बैंक120345आईडीबीआई15822456
- जिला कांग्रेस को मिला पत्र जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने बताया कि पीसीसी महामंत्री गिरीश देवांगन ने जिला, शहर, ब्लॉक अध्यक्षों को पत्र लिखकर कहा है कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि वे सभी अपने क्षेत्रों का दौरा कर किसानों को खाद, बीज और ऋण संबंधी समस्याओं का पता लगाएं। इसकी जानकारी अधिकारियों को दें और निराकरण के लिए पहल करें। उन्होंने यह भी कहा है कि अगर खाद-बीज की कमी है तो इसकी जानकारी प्रदेश कार्यालय का तत्काल दें। किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए कार्यवाही करें और की जा रही रही कार्यवाही से पीसीसी को भी अवगत कराएं।
- पैसे नहीं मिले, कर्ज देने प्रक्रिया शुरू अभी तक किसानों के कर्ज माफी का पैसा बैंक को नहीं मिला है। माना जा रहा है कि जल्द ही मिल जाएगा। किसानों को बताया जा रहा है कि अगर वे रुपए जमा कर देंगे तो डिफाल्टर लिस्ट से बाहर हो जाएंगे। उनकी लिमिट भी बढ़ जाएगी। जिन किसानों की लिमिट है, उन्हें लोन देने की प्रक्रिया चल रही है।एमएन परिदा, क्षेत्रीय प्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक