दुनिया भर के लोग कई बीमारियों के लिए विभिन्न प्रकार के उपचार का उपयोग करते हैं, जिन्हें डॉक्टर के पास जाने के बिना बीमारी से बचा जा सकता है। लेकिन, आज हम आपको एक ऐसे इलाज के बारे में बताएंगे जिसे सुनने के बाद आपको थोड़ी हैरानी होगी।
जी हां, हम बात कर रहे हैं ईरान के सबसे नज़दीकी देश अज़रबैजान के नफ़ेतन शहर की। यहाँ एक स्वास्थ्य केंद्र है जहाँ हर कोई कच्चे तेल से भरे बाथटब में नहाता है। दरअसल, इस मरीज के लिए 40 डिग्री तापमान पर 130 लीटर तेल लिया जाता है और मरीज दिन में एक बार केवल 10 मिनट के लिए इस बाथटब का उपयोग कर सकता है। क्योंकि, इसमें मौजूद अलग-अलग रसायनों के कारण नहाने पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है, यहां तक कि मौत भी हो सकती है। इसलिए, इसके लिए एक निश्चित समय सीमा निर्धारित की गई है। वैसे, सुनने में भले ही आपको थोड़ा अजीब लगे लेकिन इस इलाज को कराने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। वहीं, इस केंद्र के विशेषज्ञ ने दावा किया है कि कच्चा तेल 70 से अधिक बीमारियों को दूर करता है, जिसमें न्यूरोलॉजिकल और त्वचा की समस्याएं भी शामिल हैं। बता दें, इस खास थेरेपी को लेने के लिए रूस, कजाकिस्तान, जर्मनी सहित अन्य देशों के लोग यहां आते हैं।
आपको बता दें, कच्चे तेल के साथ इलाज का यह कोर्स सिर्फ दस दिनों का है। वहीं, स्वास्थ्य केंद्र के विशेषज्ञों का इस मामले में कहना है कि यह एक बहुत ही आरामदायक तकनीक है और मरीज को सिर्फ दस दिनों में राहत महसूस होती है। वैसे, पिछले कुछ वर्षों में, हजारों रोगियों ने पहले ही उपचार से अराम प्राप्त कर लिया है। कहा जाता है कि कुछ व्यापारी छठी शताब्दी में यहां आए थे। उन व्यापारियों का कारवां ऊंटों पर बैठने वाला था। व्यापारी का एक ऊंट इससे बीमार पड़ गया। उसके बाद व्यापारी ऊंट को कीचड़ की झील में छोड़ गए। जब व्यापारी का काफिला वापस उस रास्ते से गुजरा तो ऊंट स्वस्थ दिखाई दिए। ऐसा कहा जाता है कि व्यापारी कीचड़ की झील में ऊंट को छोड़ देते थे, यह तेल से भर जाता था। बस उसके बाद, कई लोग इस घटना के बाद से तेल में स्नान करने लगे। ताकि वह खुद को स्वस्थ रख सके।