अहिरवान पुरवा इलाके में एक शर्मनाक मामला सामने आया है. आठ साल की उम्र में अगवा की गई लड़की दरिंदो से छूटकर आई एक युवती ने सनसनीखेज खुलासा किया है।
12 साल पहले किडनैप की गई लड़की का आरोप है कि उसके साथ 13 साल की उम्र में गैंगरेप हुआ और फिर 6 साल तक सैकड़ों लोगों ने उसे अपना शिकार बनाया। न्यूज़ 18 के मुताबिक पीड़िता का आरोप है कि देह व्यापर के दलदल से निकलने के बाद उसने चित्रकूट पुलिस से भी न्याय की गुहार लगाई, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. उसका आरोप है कि स्थानीय पुलिस उसके परिवार को डरा-धमका रही है।
गैंगरेप पीड़िता ने राजस्थान पुलिस पर भी बड़े गंभीर आरोप लगाए हैं. युवती का कहना है कि राजस्थान की पुलिस सेक्स रैकेट के धंधे में लिप्त लोगों से मिली हुई है और उन्हें संरक्षण देती है. पीड़िता ने चित्रकूट पुलिस पर भी अनदेखी का आरोप लगाया है।
पीड़िता ने न्यूज18 से बातचीत में खुलासा किया कि 13 साल की उम्र में अपहरण के बाद उसके साथ गैंगरेप हुआ. उसके बाद करीब 6-7 साल तक रोज तकरीबन 100 लोग उसके साथ रेप करते थे. अब तक लाखों लोग मेरे साथ रेप कर चुके हैं. इसके अलावा जिन्होंने किडनैप किया था उसनके घर वाले भी रेप करते थे. जिनमे बेटे, भाई, पति सब शामिल थे।
पीड़िता ने बताया कि उम्र से ज्यादा बड़ा दिखाने के लिए उसे वे लोग इंजेक्शन, कैप्सूल और प्रोटीन पाउडर देते थे. पीड़िता के मुताबिक उसने आस-पास के लोगों से मदद मांगने की भी कोशिश की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. सब उन्हीं के लोग थे. पुलिस वालों के पास जाने पर वे खुद उन्हें उनके यहां छोड़कर चले जाते थे।
पीड़िता के मुताबिक उसके जैसी सैकड़ों लड़कियां वहां हैं. अगर राजस्थान सरकार उसकी मदद करे तो उन अल्द्कियों की जिन्दगी बच सकती है। पीड़िता का आरोप है कि उसकी तरह की सैकड़ों लड़कियां आज भी अजमेर के सावर गांव में फंसी हुई हैं, जिनसे जबरन देहव्यापार का धंधा करवाया जा रहा है. उसका आरोप है कि राजस्थान पुलिस सब कुछ जानते हुए भी देह के सौदागरों को संरक्षण दे रही हैं. पीड़िता के मुताबिक देह के सौदागर नाबालिग बच्चियों को बालिग करने के लिए नशीला पदार्थ खिलाते हैं, फिर उन्हें ग्राहकों के सामने परोस दिया जाता है।
पीड़िता के मुताबिक एक शख्स की मदद से वह दोबारा अपने परजनों से मिल सकी है. उसकी मदद करने वाले शख्स ने अपनी 40 लाख रुपये की संपत्ति बेचकर उसे देह व्यापार के चंगुल छुड़वाया। मामले में जिले के एसपी मनोज कुमार झा से जब इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मीडिया के द्वारा मामला संज्ञान में आया है. पीड़ित के घर पुलिस टीम भेजी जा रही है. मामले की जांच करवाकर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा. एसपी ने कहा कि 2008 में लिखाए गए अपहरण के मुकदमों को भी फिर से खोला जाएगा. साथ ही केस की नए सिरे से विवेचना की जाएगी।
एसपी के मुताबिक जब लड़की का अपहरण हुआ था तब वह आठ साल की थी. अपहरण के बाद जब वह बड़ी हुई तो उसे वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेल दिया गया। वहीं पर उसे एक लड़के से प्यारा हुआ और उसने उसे वहां से बाहर निकाला. इसके बाद लड़की खुद को कर्वी का रहने वाला बताया. लड़के ने कर्वी नाम की जगह को खोजा और पुलिस से संपर्क किया. एसपी के मुताबिक गुमशुदगी का एक केस 2008 में दर्ज हुआ था. जिसमें बाद में फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई थी. अब उस मामले में लड़की से लिखित शिकायत लेकर फिर से केस खोला जाएगा. लड़की के बताए गए डिटेल्स पर राजस्थान पुलिस से भी बात हुई है. उन्होंने जानकारी दी है कि आरोपी इस तरह का काम करते हैं. एक टीम भी राजस्थान भेजी जा रही है।