रियाद। सऊदी अरब रोजगार के मामले में भारतीयों को बड़ा झटका देने की तैयारी में है। सऊदी अरब अथॉरिटीज ने हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में आने वाली नौकरियों को सिर्फ अपने नागरिकों के लिए ही रखने की योजना बना रही है। अगर सब-कुछ ठीक रहा तो इस वर्ष के अंत में सऊदी अरब में बस यहां के नागरिकों को ही हॉस्पिटैलिटी के सेक्टर में नौकरियां मिलेंगी। विदेशियों को सऊदी अरब हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में प्रतिबंधित करने की तैयारी में है और निश्चित तौर पर यह भारतीयों के लिए बड़ा झटका है। सऊदी अरब की लेबर मिनिस्ट्री की ओर से शुक्रवार को इस फैसले के बारे में ऐलान किया गया है।
29 दिसंबर से लागू हो जाएगा फैसला
इस फैसले के तहत सऊदी अरब के रिसॉर्ट्स, थ्री स्टार या इससे ज्यादा स्टार्स वाले होटलों और फोर स्टार इससे ज्यादा कैटेगरी वाले होटल अपार्टमेंट्स पर मिनिस्ट्री का फैसला लागू होगा। फ्रंट डेस्क जॉब्स से लेकर मैनेजमेंट तक की पोजिशंस पर बस सऊदी अरब के नागरिकों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा ड्राइवर्स, डोरमैन और पोर्ट्स के लिए नौकरियां अपवाद मानी जाएंगी। जिन और दूसरी नौकरियों के लिए विदेशियों की एंट्री बैन होगी उसमें रेस्टोरेंट होस्ट और हेल्थ क्लब सुपरवाइजर शामिल हैं। सऊदी अरब इस समय अपनी टूरिज्म इंडस्ट्री को डेवलप करने की कोशिश कर रहा है और साथ ही बेरोजगारी की समस्या से भी जूझ रहा है। पिछले वर्ष सऊदी अरब में बेरोजगारी की दर 13 प्रतिशत थी।
सऊदी अरब की कड़ी नीतियां सिरदर्द
हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को यहां पर कड़ी नीतियों का पालन करना पड़ता है जिसमें उन विदेशियों को हटाने की नीति भी शामिल है जो यहां के कई प्राइवेट सेक्टर्स में अपना दबदबा रखते हैं। अधिकारियों की ओर से कहा गया है कि इस तरह की नीतियां सऊदी अरब जैसे देश में नौकरियों के अवसर पैदा करने में कारगर साबित होंगी जो सस्ते विदेशी मजदूरों पर निभर है। वहीं, कुछ बिजनेस सेक्टर में इस बात की शिकायत है कि वहां पर सिर्फ सऊदी नागरिकों को वरीयता देने से उन्हें महंगी दरों पर लोगों को काम पर रखना पड़ता है। कहा जा रहा है कि यह फैसला 29 दिसंबर से लागू हो जाएगा। बहुत से होटलों में अभी से सऊदी अरब के लोगों को फ्रंट डेस्क जॉब के लिए रिक्रूट किया जाने लगा है।