भगवान श्रीकृष्ण भक्तों के दिलों में नहीं बल्कि विदेशों द्वारा जारी की गई डाक टिकटों में भी छाए हुए हैं। देशी विदेशी भक्तों के साथ ही उनकी सरकारें भी श्रीकृष्ण के प्रति आस्था रखती हैं। यह आस्था इस्लामी व ईसाई राष्ट्रों द्वारा जारी की गई डाक टिकटों में नजर आती है। ब्रज साहित्य को सहेजने में लगे हुए वृंदावन शोध संस्थान में इन दिनों भगवान श्रीकृष्ण आधारित प्रदर्शनी लगाई गई है। प्रदर्शनी में भगवान श्रीकृष्ण व उनकी लीलाओं से जुड़ी हुई डाक टिकटें भी प्रस्तुत की गईं हैं।
यहां श्रीकृष्ण आधिरित कुल नौ डाक टिकटें व दो पोस्टल कवर प्रदर्शित किये गए हैं। चार डाक टिकटें विदेशी हैं व पांच भारत सरकार द्वारा जारी की गई हैं।
नेपाल द्वारा 1966 में कृष्णाष्टमी नाम से एक डाक टिकट व एक पोस्टल कवर जारी किया गया था। दक्षिण अमेरिका गुयाना द्वारा 1969 में राधा-कृ ष्ण की होली आधारित दो डाक टिकट निकाली गई थीं।
मुस्लिम राष्ट्र यमन अरब रिपब्लिक ने भी भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अपनी आस्था दिखाते हुए 1968 में उनकी डाक टिकट जारी की थी। वृंदावन शोध संस्थान में लगी प्रदर्शनी के संयोजक डा. राजेश शर्मा ने बताया कि इन डाक टिकटों को संस्थान द्वारा डिजिटली संरक्षित किया गया है।