Home समाचार बापू को खत लिख कहें अपने मन की बात, अच्छा लिखा तो...

बापू को खत लिख कहें अपने मन की बात, अच्छा लिखा तो 50 हजार रु. का ईनाम…




IMG-20240704-WA0019
IMG-20220701-WA0004
WhatsApp-Image-2022-08-01-at-12.15.40-PM
1658178730682
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.50-PM
WhatsApp-Image-2024-08-18-at-1.51.48-PM

 ईमेल, वॉट्सएप के जमाने में लोगों के पास चिट्ठी लिखने का वक्त नहीं है। सोच कर देखिए आखिरी चिट्ठी आपने कब लिखी थी? कब लेटर बॉक्स में कोई पत्र डाला था? नहीं याद आ रहा ना! तो अब आप कागज-पेन उठाएं और चिट्ठी लिखने बैठ जाएं। प्रिय बापू, आप अमर हैं…विषय पर आप जितने अच्छे तरीके से मन की बात राष्ट्रपिता को संबोधित करके पहुंचाएंगे, आपको 50 हजार रुपए तक पुरस्कार जीतने के चांस उतना ज्यादा बढ़ जाएगा। इसकी कैंपेन की पहल भारत सरकार के डाक विभाग ने की है।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर ‘बापू’ को मन की बात अपनी हैंडराइटिंग में 500-1000 शब्दों में लिख कर भेजनी है। बेहतरीन चिट्ठी को राज्य स्तर पर 25 हजार रुपए और राष्ट्रीय स्तर पर 50 हजार रुपए का ईनाम दिया जाएगा। स्कूली बच्चों को पत्र लिखने की कला से जोड़ने और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समझने-जानने के लिए दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी व निजी स्कूल प्रमुखों को पत्र लिखकर इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए हैं। 


हिंदी-अंग्रेजी या स्थानीय भाषा में लिख सकते हैं पत्र  : पत्र हिंदी या इंग्लिश के अलावा स्थानीय भाषा में चीफ पोस्टमास्टर जनरल को भेज सकते हैं। अंतिम तारीख 30 नवंबर रखी गई है। उम्र की गिनती 1 जनवरी, 2019 को की जाएगी। 
 

कैसे चुना जाएगा विनर : चिटि्ठयों का चयन दो आयु वर्ग में होगा। पहला 18 वर्ष आयु तक और दूसरा 18 वर्ष से ऊपर। प्रतिभागियों को पोस्टल डिपार्टमेंट के सर्कल लेवल पर तीन-तीन पत्र निकाले जाएंगे। एक श्रेणी अंतर्देशीय और दूसरी लिफाफा श्रेणी होगी। 
 

प्रथम पुरस्कार 25 हजार और 50 हजार रुपए : राज्य स्तर पर प्रथम स्थान वाले को 25 हजार रुपए व राष्ट्रीय स्तर पर 50 हजार रुपए का मिलेगा। राज्य स्तर पर दूसरा पुरस्कार 10 हजार रुपए व तीसरा 5 हजार है। राष्ट्रीय स्तर पर 25 हजार रुपए व 10 हजार रुपए है।