गुजरात के जामनगर में एक मुस्लिम कारोबारी के घर में भारत माता का मंदिर है और उन्होंने अपने बेटे से कहा है कि कुछ भी हो जाए पर इसे कभी छेड़ना मत। जामनगर शहर के ओल्ड सिटी एरिया में दो मंजिला इमारत में यह मंदिर कई सालों से है लेकिन बहुत कम लोगों का ध्यान इस पर जाता है।
इमारत में ‘देना बैंक’ की ब्रांच है और यहां कस्टमर्स का आना-जाना लग रहता है। ब्रांच मैनेजर ईटी नटराजन कहते हैं ‘मैंने मूर्ति पर कई बार ध्यान दिया है। लेकिन मुझे याद नहीं है कि किसी कस्टमर ने कभी इसके बारे में बात की हो।’ इस इमारत के मालिक हसन मामूजी और उनके भाई मोहम्मद हैं जो कि बोहरा मुस्लिम सुमदाय से ताल्लुक रखते हैं।
इस मूर्ति पर 80 वर्षीय मोहम्मद के बेटे शब्बीर कहते हैं ‘भारत माता की मूर्ति घर में तभी से मौजूद है जब हमने इसे व्यवसायी रावजी देवजी से 40 साल पहले खरीदा था। मेरे पिता ने मुझसे कहा है कि हम कभी इस मूर्ति को न छेड़ें क्योंकि हम मुस्लिम हैं और यह उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जिनकी इसमें अपार भक्ति और श्रद्धा है। मैं इस मूर्ति के बारे में ज्यादा नहीं जानता लेकिन इतना जरूर मालूम है कि यह काफी लंबे समय से मौजूद है।
यह इमारत 100 साल पुरानी है और हमने इसे देना बैंक की एक ब्रांच के लिए किराए पर दिया है।’वहीं 74 वर्षीय हसन कहते हैं ‘हमने घर खरीदने के बाद इसमें ज्यादा बदलाव नहीं किए विशेषकर इसकी फ्रंट साइट पर।
हमने इसे ठीक वैसा ही रखा जैसा यह पहले था। दिलचस्प बात यह है कि इस पोर्ट सिटी में यह एकमात्र ऐसी इमारत नहीं है, जिसके फ्रंट में भारत माता की मूर्ति स्थापित की गई हो। चांदी बाजार और हेमू निकेतन के दिग्विजय प्लॉट क्षेत्र में भी ऐसी मूर्ति स्थापित हैं। इसके अलावा हेमू निकेतन में ही ओसवाल केजी एंड प्राइमरी स्कूल और श्री विशा ओस्वाल कन्या छात्रालय गर्ल्स में भी भारत माता का मंदिर है।