गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन गुरुवार से शुरू हो जाएगा, जो चार दिन तक चलेगा। निगम प्रशासन ने गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए महादेवघाट में कुंड की तैयारी पूरी कर ली है। महादेवघाट में विसर्जन के दौरान दो दर्जन सीसीटीवी से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी। सीसीटीवी कैमरे का कंट्रोल रूम महादेवघाट पर ही बनाया जा रहा है।
इसके साथ ही निगम प्रशासन ने चार दिन तक निगम के कर्मचारियों की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगा दी है। निगम प्रशासन विसर्जन के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरत रहा है। इसके साथ ही निगम ने मंगलवार से खारुन नदी में विसर्जन पर रोक लगा दी है। निगम के अधिकारी का कहना है कि असामाजिक तत्वों तथा यातायात पर काबू पाने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।
ज्ञात हो कि महादेवघाट में छोटी-बड़ी मिलाकर साढ़े चार से पांच हजार तक मूर्तियां विसर्जित की जाती हैं। मूर्तियों के विसर्जन का सिलसिला करीब चार दिन तक चलता है। इस वर्ष गुरुवार से रविवार तक विसर्जन किया जाएगा। इसके साथ ही निगम ने प्रत्येक जोन में विसर्जन के लिए कुंड बनाया है तो 40 अस्थायी विसर्जन कुंड बनाए गए हैं। जिससे मूर्ति विसर्जन के दौरान किसी प्रकार का व्यवधान न होने पाए।
उल्लेखनीय है कि विसर्जन जुलूस के दौरान मारपीट, जेबकटी, छेड़छाड़ की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। भी़ड़ में आरोपितों की पहचान करना मुश्किल हो जाता है। इस कारण इस बार ऐसी व्यवस्था की जा रही है। महादेवघाट में विसर्जन के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के तीन सौ जवान तैनात होंगे। इनमें टीआइ, एसआइ और हवलदार शामिल रहेंगे।
भीड़ पर लगेगी लगाम
निगम के अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे से भीड़ पर नजर रखी जाएगी। भीड़ अधिक होने पर निगम के कर्मचारी और पुलिस के जवानों को भेजकर तुरंत जाम को खाली कराया जाएगा जिससे लोग आसानी से विसर्जन कुंड तक पहुंच सके। वहीं विसर्जन कुंड में आने वाले वाहनों पर भी नजर रखी जाएगी।
गणेश झांकी विसर्जन को लेकर पहली बार सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है। जिससे असमाजिक तत्वों पर नजर रखी जाए और भीड़ को कंट्रोल किया जा सके। – बीआर अग्रवाल, एक्जिक्यूटिव इंजीनियर, रायपुर नगर निगम