पाकिस्तानी पीएम इमरान खान (Imran Khan) के PoK के लोगों के कूच करने वाले बयान पर शुक्रवार को भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है. मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि जिहाद के लिए ऐसे उकसाने वाले बयान बर्दाश्त नहीं किये जाएंगे.
मंत्रालय के प्रवक्ता ने नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पाकिस्तान के पीएम की तरफ से ऐसे बयान पहले भी आए हैं. ये उकसाने वाले बयान हैं. हम इसकी निंदा कर रहे हैं. शायद इमरान खान को नहीं पता कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति कैसे होती है. दरअसल वो पीएम पद के लायक नहीं हैं.
करतारपुर साहिब परियोजना को लेकर हम वचनबद्ध हैं और सभी सुविधाओं को समय से पूरा किया जा रहा है. श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए जाने को लेकर शुल्क नहीं लेने की भारत की मांग पर अभी तक पाकिस्तान का कोई जवाब नहीं आया है.
मनमोहन सिंह के करतारपुर साहिब जाने के सवाल पर रवीश ने कहा कि उद्घाटन समारोह में भारतीय साइड से होने वाले प्रोग्राम में विदेश मंत्रालय की सीमित भूमिका होती है. इसमें दूसरे मंत्रालय और राज्य सरकार का प्रमुख रोल होता है.
रवीश कुमार ने इस दौरान मलेशिया सरकार को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि भारत के साथ दोस्ताना संबंधों को ध्यान में रखते हुए कश्मीर पर किसी भी तरह के विवादित बयान से मलेशिया सरकार को बचना चाहिए.
जम्मू-कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और पाकिस्तान ने अनधिकृत तरीके से कश्मीर के एक हिस्से को कब्जे में कर रखा है. मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने संयुक्त राष्ट्र में भाषण में कहा था कि भारत ने यूएन रेज़लुशन के बाद भी कश्मीर पर जबरन कब्जा कर लिया है.
कल भारत और बांग्लादेश के पीएम के बीच होने वाली मुलाकात में द्विपक्षीय संबंधों पर जोर रहेगा. इस दौरान 6-7 समझौते होंगे. इसके अलावा तीन परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया जाएगा.