रायगढ़ : शहर सहित ग्रामीण अंचल में बिजली विभाग द्वारा बाकायादारों पर भौहें तरेर ली है। जिसमे भारी भरकम से लेकर छोटे बकायादारों पर नोटिस की गाज गिरा रहे है।इसी कड़ी में शहर के राजीव नगर कोतरा रोड निवासी सुनील शर्मा का बिजली बिल लगभग 66 हजार रुपये था। बताया जा रहा है कि लंबे समय से बिल जमा नहीं होने पर विद्युत विभाग द्वारा उसे बिल जमा नहीं करने पर कनेक्शन काट देने की चेतावनी दी गयी थी। इस पर सुनील शर्मा ने कुल बिल में 32 हजार जमा कर शेष राशि किश्तों में जमा करने को कहा जिसे अधिकारी इनकार कर दिए । ऐसे में कनेक्शन काटने के भय से सुनील आज 32 हजार के नोट के अलावा शेष राशि यानी 34 हजार रुपये के सिक्के लेकर बिजली ऑफिस बिल जमा करने पहुंचा जहां सिक्के लेने से मना कर दिया गया। बिजली अफिस में सिक्के नहीं लेने पर वह इसकी शिकायत लेकर कोतवाली पहुंच गया। नगर कोतवाल एस एन सिंह ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर सिे लेने पर राजी किया तब कही जा कर इस अनोखे मामले का पटाक्षेप हो सका।
शहर व ग्रामीण अंचल में दुकानदारो ने सिक्के से बनाई दूरी
सिक्के को लेकर जिले तरह तरह-तरह की भ्रांतियां फैली हुई है। जिसमें छोटे बड़े सभी दुकानदार 1 व 2 रुपए के सिक्के को लेने से इंकार कर रहे हैं। यही हाल जिले में दो माह पूर्व ग्रामीण अंचल में थी वही अब शहर में भी कई दुकानदार एकाएक सिक्का लेकर आये ग्राहकों को लौटाने लगे है। सिक्का लेने से मना करने पर कई बार दुकानदार से वाद विवाद व जिरह तक ग्राहक कर रहे है परंतु दुकानदार की दो टूक दलील सुनकर ग्राहक मन को मानकर वापस लौटना ही भलाई समझ रहे है ताकि विवाद न बढ़ जाये ।
राष्ट्रीय मुद्रा अपमान जाना पड़ सकता है जेल
पुलिसिया जानकारी के मुताबिक वैध सिक्केनहीं लेने पर दुकानदार व बैंक प्रबंधन पर कार्रवाई हो सकती है। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा सकता है। क्वाइन एक्ट 2011 के तहत किसी भी दुकानदार को वैद्य 1 से 10 तक के सिक्के 1000 रुपए तक लेना है। वहीं बैंकों को भी सभी तरह के सिक्के जमा लेना अनिवार्य है। इसके लिए राशि निश्चित नहीं की गयी है। ग्राहक जितनी राशि जमा करेगा। बैंक को लेना होगा। अन्यथा उक्त धारा के राष्ट्रीय मुद्रा अपमान के तहत मामला दर्ज होने के बाद कार्रवाई हो सकती है।
– बिल जमा करने वाले काउंटर पर उपभोक्ताओं के लाइन लगी हुई है। ऐसे में एक व्यक्ति के इतने सिक्के गिनने में काफी समय लगता जिससे अन्य उपभोक्ताओं को परेशानी होती। यही कारण है कि सिक्के लेने से मना किया गया था। सिक्का जमा कर लिया गया है। – सुनील साहू, कार्यपालन अभियंता, सीएसपीडीसीएल