आज के समय में युवाओं में दाढ़ी रखने का बहुत क्रेज है। युवा विभिन्न प्रकार की दाढ़ी रखकर खुद को अलग दिखाने की कोशिश में लगे रहते हैं। लेकिन इससे इतर पिछले कुछ समय से बुजुर्गों में रंगीन दाढ़ी रखने का चलन बढ़ा है। दरअसल, हम यहां बात कर रहे हैं भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश की। बांग्लादेश में खासकर बुजुर्गों में चेहरे की शोभा बढ़ाने वाली नारंगी रंग की दाढ़ी रखने का चलन काफी बढ़ गया है। हर तरफ इसकी चर्चा भी है। यहां के बुजुर्ग अपनी लंबी दाढ़ियों पर मेहंदी लगाकर इसे नारंगी रंग दे रहे हैं। यह नारंगी रंग की दाढ़ी बांग्लादेश में अब धीरे-धीरे ही सही लेकिन फैशन का प्रतीक बन गई है। ढाका में सब्जी बाजार में काम करने वाले 60 वर्षीय अबुल मियां ने इसका कारण पूछने पर कहा कि मुझे यह अच्छा लगता है। मेरा परिवार कहता है कि मैं इस रंग की दाढ़ी में युवा और खूबसूरत लगता हूं। वहीं 50 वर्षीय महबूब-उल बशर ने इस नए प्रयोग के बारे में कहा कि मैं दो महीने से अपनी दाढ़ी को इस नारंगी रंग में रंग रहा हूं, क्योंकि यह मुझे अच्छा लगता है।
बांग्लादेश में नारंगी दाढ़ी की दीवानगी ऐसी है कि शायद ही कोई ऐसी गली मिले जहां आपको इस तरह की दाढ़ी रखने वाले लोग आपको नहीं मिलें। विशेषज्ञों की बातों पर गौर करें तो इसे मजहब से जुड़ा बताया जा रहा है। उनका कहना है कि रंगीन दाढ़ी रखकर लोग खुद को इस्लाम के अनुयायी पेश करने की कोशिश कर रहें हैं, क्योंकि बांग्लादेश में निवास करने वाले मुस्लिमों की संख्या लगभग 17 करोड़ है।
प्रसिद्ध फैशन मैगजीन कैनवास के पत्रकार दीदार-उल दीपू ने इस बारे में कहा कि बीते कुछ सालों में बुजुर्गों के बीच यह फैशन बन चुका है। इसका कारण उन्होंने आसानी से और कम खर्च में दुकानों पर मेहंदी की उपलब्धता को बताया।