नेशनल हाईवे पर ओमेक्स सिटी के सामने सड़क पार करते समय महिला को तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे महिला घायल हो गई और वह सड़क किनारे पड़ी हुई तड़पती रही। उसे अस्पताल पहुंचाने की जगह लोग रुककर वीडियो बनाने लगे तो उसी समय वहां पहुंचा कपड़ा व्यापारी पुलिस कंट्रोल रूम में फोन करने लगा, लेकिन कंट्रोल रूम का काफी देर तक फोन नहीं मिला। जिससे वह घायल महिला को लेकर निजी अस्पताल पहुंचा तो वहां पुलिस केस बताकर उपचार करने से मना कर दिया गया। इसके बाद महिला को नागरिक अस्पताल में लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद महिला को रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया। उसे पीजीआई लेकर जाने के लिए आधे घंटे तक एंबुलेंस नहीं मिली और वहां खड़ी एंबुलेंस में तेल खत्म था। जब आधे घंटे बाद एंबुलेंस वहां से उसे पीजीआई लेकर चली गई तो उसकी रास्ते में मौत हो गई। पुलिस ने उसका पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया।
जीटी रोड पर ओमेक्स सिटी के सामने सोमवार को एक महिला सड़क पार कर रही थी, जिसे ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे वह घायल हो गई। वहां महिला सड़क किनारे पड़ी हुई तड़पती रही तो उसी समय दिल्ली का रहने वाला कपड़ा व्यापारी अखिलेश वहां से गुजर रहा था। अखिलेश ने वहां भीड़ लगी देखी और वहां कुछ लोग मोबाइल से घायल महिला का वीडियो बना रहे थे।
अखिलेश ने महिला को घायल देखकर पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया, लेकिन पुलिस कंट्रोल रूम का फोन नहीं मिला। जिससे वह महिला को खुद ही एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचा। अखिलेश ने बताया कि वहां पुलिस केस बताकर उपचार करने से इनकार कर दिया, जिससे वह महिला को नागरिक अस्पताल में लेकर पहुंचा, जहां उपचार के बाद महिला को रोहतक पीजीआई के लिए रेफर कर दिया गया। लेकिन वहां नागरिक अस्पताल में खड़ी एंबुलेंस में तेल नहीं था और दूसरी एंबुलेंस लगभग आधा घंटे बाद मिली।
उसके बाद ही महिला को रेफर किया जा सका, लेकिन उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। महिला के बैग में मिले मोबाइल के सहारे परिजनों से बात करने पर उसकी शनाख्त हो सकी। महिला पानीपत की रहने वाली पुष्पा (32) थी जो मजदूरी करती थी और वह सोमवार को ओमेक्स सिटी में एक अस्पताल में सफाई करने के लिए आई थी।
वहां सड़क पार करते हुए ही वह ट्रक की चपेट में आ गई। इस मामले में परिजनों ने मुरथल थाने में अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं पुलिस ने महिला के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
एंबुलेंस के लिए 10:55 बजे मिली पर्ची, 11:32 पर मिली एंबुलेंस दिल्ली के रहने वाले कपड़ा व्यापारी अखिलेश सोमवार को पानीपत में कपड़ा लेने के लिए जा रहे थे। वह आपातकालीन कक्ष में महिला को 10:40 बजे लेकर पहुंचे। जहां प्राथमिक उपचार के बाद महिला की हालत गंभीर देखते हुए रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया।
एंबुलेंस के लिए 10:55 बजे पर्ची दी गई तो परिसर में खड़ी एंबुलेंस में तेल डलवाने के लिए ई-मेल किया गया। तेल की अनुमति नहीं मिलने के कारण दूसरी एंबुलेंस के लिए फोन किया गया। उसके बाद महिला को 11:32 बजे एंबुलेंस मिली और उसे रेफर किया गया।
कंट्रोल रूम में 10:15 बजे से 10:32 बजे तक नहीं मिला फोन
राहगीर ने कंट्रोल में महिला के हादसे में घायल होने की सूचना देने के लिए पुलिस कंट्रोल में फोन मिलाया। वहां मौजूद राहगीरों ने बताया कि सुबह 10:15 बजे से लेकर 10:32 बजे तक फोन मिलाते रहे, लेकिन कंट्रोल रूम का नंबर नहीं मिल पाया। उसके बाद महिला को खुद ही अस्पताल लेकर गए।
जांच की जा रही है
अस्पताल से महिला की मौत होने की सूचना मिली थी। महिला ओमेक्स सिटी स्थित अस्पताल में सफाई का काम करने आई थी। शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, जिसकी जांच की जा रही है।