उन्नाव गैंगरेप पीड़िता ने शुक्रवार रात 11.40 बजे दम तोड़ दिया। हर घटना को हिन्दू मुस्लिम और जात पात का रूप देने वाले टीवी स्टूडियो को सर पर उठा लेने वाले एंकर एंकर इस घटना पर वैसे नहीं चीख रहे है जैसे दूसरी घटनाओं पर चीखते है जिसमें आरोपी मुस्लिम या कोई निचली जातियों का होता है। उन्नाव की बेटी के साथ रेप करने और फिर उसको आग के हवाले करने वालों में जिनका नाम आ रहा है वह विशेष जाती के लोग है और मीडिया में बैठे ज्यादातर पत्रकार उसी जाती से संबंध रखते है।
इसी पर पत्रकार अजित अंजुम ने सवाल पूछते हुए कहा कि बलात्कारियों का धर्म देख कर शोर मचाने वाले सन्नाटे में क्यों है? उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा ” उन्नाव के सभी दरिंदे त्रिवेदी और वाजपेयी हैं .ऊंच कुल-गोत्र के ब्राह्मण.तभी बलात्कारियों का धर्म देखकर शोर करने वाले सन्नाटे में हैं या कुछ कहकर खानापूर्ति कर रहे हैं .अगर ये भक्तों के ‘टारगेट वाले’ होते न तो पूरी ट्रोल आर्मी दिन-रात काम पर लगी होती.
फिर क्या था यह बात पत्रकार चित्रा त्रिपाठी को अच्छी नहीं लगी और उन्होंने कहा कि कोई आदमी बलात्कारियों में भी #ब्राह्मण कैसे ढ़ूढ लेता है। चित्रा त्रिपाठी ने ट्वीट करते हुए लिखा ” आपकी ये लाइनें पढ़कर घिन्न आ रही है.. कोई आदमी बलात्कारियों में भी #ब्राह्मण कैसे ढ़ूढ लेता है. रेपिस्ट की कोई जाति होती है क्या? हद है.बेहद शर्मनाक ट्वीट..
चित्रा त्रिपाठी के इस घिन्न वाले ट्वीट को पढ़ राजद नेता शिवचंद्र राम भड़क गए और उन्होंने चित्रा से पूछा जब आपका दलाल चैनल बलात्कारियों का जात-धर्म ढूंढ़ता है तब तुम्हें घिन्न नहीं आती क्या?
मैडम, जब आपका दलाल चैनल बलात्कारियों का जात-धर्म ढूंढ़ता है तब तुम्हें घिन्न नहीं आती क्या? क्या इसमें दो राय है कि उन्नाव की बेटी का रेप करने वाले सारे दरिंदे हैवान बलात्कारी ब्राह्मण है। तुम्हारी जात के है तो घिन्न आ रही है। बहुत ख़ूब। भारत माता की जय।
राजद के विधायक शिवचंद्र राम ने ट्वीट करते हुए लिखा ” मैडम, जब आपका दलाल चैनल बलात्कारियों का जात-धर्म ढूंढ़ता है तब तुम्हें घिन्न नहीं आती क्या? क्या इसमें दो राय है कि उन्नाव की बेटी का रेप करने वाले सारे दरिंदे हैवान बलात्कारी ब्राह्मण है। तुम्हारी जात के है तो घिन्न आ रही है। बहुत ख़ूब। भारत माता की जय।