टिकट कलेक्टर से लीजेंडरी खिलाड़ी बने Dhoni टीम इंडिया को 3 आईसीसी ट्रॉफी दिला चुके हैं। झारखंड जैसे छोटे से जगह से आया एक खिलाड़ी 10 सालों तक टीम इंडिया की कप्तानी कर सकता है, ये बात किसी ने नहीं सोची थी।
ऐसा ही एक तेज गेंदबाज रेलवे की रणजी टीम का भाग है। वो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर टिकट कलेक्टर का कार्य कर चुका है। उस खिलाड़ी का नाम हिमांशु सांगवान है, जिनकी शानदार गेंदबाज की बदौलत रेलवे ने इतिहास में पहली बार मुंबई को हराया।
तेज गेंदबाज हिमांशु़ सांगवान ने इस मैच में कु़ल 6 विकेट लिए। उन्होंने पृथ्वी शॉ और अजिंक्य रहाणे जैसे बल्लेबाजों का विकेट लिया। इस मैच में रेलवे ने मुंबई को पहली पारी में 114 रन पर और दूसरी पारी में 198 रन पर ऑलआउट किया। फलस्वरूप रेलवे ने मुंबई को 10 विकेट से हराया।
हिमांशु सांगवान का ये पहला रणजी सीजन है। वर्ष 2019 में उन्होंने लिस्ट-ए क्रिकेट और सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफी में डेब्यू किया। इससे पहले वे सीके नायडू ट्रॉफी में 18 विकेट चटका चुके हैं। हिमांशु सांगवान पूर्व महान ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा को अपना आदर्श मानते हैं। ग्लेन मैक्ग्रा की सलाह ही रणजी ट्रॉफी में मुंबई के विरू़द्ध काम आई।
हिमांशु का कहना है कि कि मैंने गेंदबाजी के गुर ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा से सीखें। मैंने ग्लेन मैक्ग्रा से प्रेरणा ली। वह मेरे आदर्श हैं। मैंने मार्च 2019 में MRF पेस फाउंडेशन से उनसे मुलाकात की। मैक्ग्रा मेरी गेंदबाजी के वीडियो देखते थे और मुझे बताते थे कि मुझे किन क्षेत्रों में सुधार करने की आवश्यकता है। वह महान खिलाड़ी हैं। उनसे मैंने सीखा कि कैसे हर हालात में बेसिक्स पर टिके रहना हैं।