- शुक्रवार को चार दिवसीय यात्रा पर भारत आएंगे जेयर मेसियास बोलसोनारो
- आठ मंत्रियों, शीर्ष अधिकारियों व व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ पहुंचेंगे
- उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और विदेश मंत्री जयशंकर से भी मुलाकात करेंगे
विस्तार
इस बार गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर मेसियास बोलसोनारो शुक्रवार को चार दिवसीय यात्रा पर भारत आएंगे। राष्ट्रपति के रूप में बोलसोनारो की यह पहली भारत यात्रा है। वह आठ मंत्रियों, शीर्ष अधिकारियों और एक बड़े व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली पहुंचेंगे। इस दौरान भारत और ब्राजील के 15 समझौते पर हस्ताक्षर होंगे। विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर बोलसोनारो 24 से 27 जनवरी तक भारत की यात्रा पर रहेंगे। वह 26 जनवरी को 71वीं गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे। 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने बोलसोनारो को गणतंत्र दिवस समारोह का निमंत्रण दिया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया था।
बोलसोनारो की यात्रा के दौरान भारत-ब्राजील के बहुआयामी संबंधों को और बढ़ने व मजबूत होने की उम्मीद है। शनिवार को बोलसोनारो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेंगे। इसके अलावा उनकी उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी बोलसोनारो मुलाकात होगी।
1996 और 2004 में भी ब्राजील के राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बन चुके हैं। वहीं, 2016 में ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल टेमेर गोवा में आयोजित 8वीं ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन में शिरकत करने भारत आए थे।
बोलसोनारो के भारत दौरे से दोनों देशों के बीच संबंधों में गर्माहट आने की उम्मीद है। भारत में ब्राजील के राजदूत आंद्रे अरान्हा कोरया डो लागो ने कहा, राष्ट्रपति भारत दौरे को लेकर उत्साहित हैं। उनका फोकस ऊर्जा, कृषि और रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के आपसी संबंधों को मजबूत करने पर होगा। हम दोनों देशों के बीच सामरिक भागीदारी के लिए कार्ययोजना शुरू करेंगे। इसे राष्ट्रपति बोलसोनारो और प्रधानमंत्री मोदी लांच करेंगे।
उन्होंने कहा कि हम सामरिक भागीदारी को और अधिक गतिशील बनाना चाहते हैं। गौरतलब है कि भारत और ब्राजील के संबंध पिछले कुछ वर्षों में बेहतर हुए हैं। दोनों देशों के बीच 2018-19 में द्विपक्षीय व्यापार 8.2 अरब डॉलर का रहा। इसमें 3.8 अरब डॉलर का भारतीय निर्यात और 4.4 अरब डॉलर का भारत का आयात शामिल है।