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वाह! अब फलों के नाम पर रखे जाएंगे जिलों के नाम, ये है इसके पीछे का एजेंडा




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इंफाल

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के सभी जिलों के नाम फलों पर रखेगी। उन्होंने कहा कि संबंधित जिलों में जो फल लोकप्रिय होंगे उसके नाम पर उस जिले का नाम रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री बीरेन ने इस बारे में उस वक्त घोषणा की जब वे इंफाल में सुबह काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च के बैनर तले आयोजित फूड प्रोसेसिंग व टेक्नॉलोजी एग्जिबिशन में कंसल्टिव मीटिंग कर रहे थे।

बीरेन ने कहा कि राज्य और हर जिले में प्राकृतिक संसाधनों को देखते हुए राज्य सरकार हमारे जिलों को फलों के नाम पर रखने का विचार कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि हम जानते हैं कि हर जिले खास बागवानी और कृषि उत्पाद पैदा कर रहे हैं।

उदाहरण के तौर पर, तमेंगलोंग में लोग ऑरेंज फेस्टिवल मनाते हैं। उख्रुल में लेमन फेस्टिवल और एंड्रो जबकि उत्तरी इंफाल जिला पाइनेप्पल फेस्टिवल का आयोजन करता है। जिंजर का बड़े पैमाने पर उत्पादन राज्य के फेरजावल में होता है और इसका वार्षिक टर्नओवर 20/30 लाख रुपये सालाना से बढ़कर हाल के दिनों में 3 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।