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अकबर के 2 सबसे अच्छे काम जिनको आप नहीं जानते, पहला काम चौंकाने वाला…




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जलाल उद्दीन मोहम्मद अकबर तैमूरी वंशावली के मुगल वंश का तीसरा शासक था। अकबर को अकबर-ऐ-आज़म (अर्थात अकबर महान), शहंशाह अकबर, महाबली शहंशाह के नाम से भी जाना जाता है। सम्राट अकबर मुगल साम्राज्य के संस्थापक जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर का पौत्र और नासिरुद्दीन हुमायूं एवं हमीदा बानो का पुत्र था। बाबर का वंश तैमूर और मंगोल नेता चंगेज खां से संबंधित था अर्थात उसके वंशज तैमूर लंग के खानदान से थे और मातृपक्ष का संबंध चंगेज खां से था। अकबर के शासन के अंत तक 1605 में मुगल साम्राज्य में उत्तरी और मध्य भारत के अधिकाश भाग सम्मिलित थे और उस समय के सर्वाधिक शक्तिशाली साम्राज्यों में से एक था। बादशाहों में अकबर ही एक ऐसा बादशाह था | दोस्तों जैसा कि आप सभी लोगों को मालूम है भारत में अनेक राजा महाराजाओं ने जन्म लिया था उन्हीं में से एक सम्राट अकबर को भी माना जाता था सम्राट अकबर को एक महान राजा के रूप में जाना जाता है। आज हम आप लोगों को सम्राट अकबर की 2 ऐसे अच्छे कामों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में शायद आप लोगों को मालूम नहीं होगा।
2. इमारतों का निर्माण
दोस्तों जैसा कि आप सभी लोगों को मालूम है अकबर के शासनकाल में भारत ने काफी ज्यादा तरक्की की थी और अकबर को संस्कृति और कला का काफी ज्यादा शौक रहता था जिसके कारण उसने भारत में कई सुंदर सुंदर और खूबसूरत इमारतों का निर्माण करवाया था जो आज भी मौजूद है और मुगलकालीन शान के रूप में जाने जाते हैं। अकबर ने अपने शासनकाल में लाल किला, रोहतास किला, बुलंद दरवाजा जैसे खूबसूरत और भव्य इमारतों का निर्माण करवाया था।
1. धर्मों का विकास
दोस्तों अकबर एक महान सम्राट होने के साथ-साथ एक धार्मिक प्रवृत्ति वाला व्यक्ति भी था वह भगवान के ऊपर काफी ज्यादा विश्वास करता था और दान पुण्य का काम भी काफी ज्यादा करता था। बता दे अपने शासनकाल में अकबर ने सभी धर्मों का विकास करवाया था लेकिन हिंदू धर्म के प्रतीक अकबर का लगाओ काफी ज्यादा था जिसके कारण उसने कई हिंदू मंदिरों को लूटने के बाद फिर से हिंदू मंदिरों का निर्माण करवाया था और धर्म पर लगने वाली अनेक प्रकार के करों को हटाया था।