महाराष्ट्र के वर्धा जिले में पिछले हफ्ते जिस 24 वर्षीय महिला टीचर को जिंदा जलाया गया था उसने जिंदगी के लिए लंबे संघर्ष के बाद अस्पताल में दम तोड़ दिया। आरोपी ने शिक्षिका अंकिता पिसुडे पर सोमवार को कॉलेज जाते समय पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी। महिला का इलाज नागपुर स्थित ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में चल रहा था।
हिंगनघाट शहर में यह घटना सोमवार को सुबह लगभग सात बजे उस वक्त हुई, जब एक निजी कॉलेज में अध्यापन के लिए जा रही पीड़िता नांदेरी चौक पर बस से उतरी। घटना कॉलेज से लगभग 100 मीटर की दूरी पर हुई। घटना के तुरंत बाद 27 वर्षीय आरोपी विक्की नागरे को पकड़ लिया गया था। आरोपी और पीड़िता एक ही गांव दारोदा के रहने वाले हैं। पीड़िता पास के ही मातोश्री आशाताई कुंवर कॉलेज में पार्टटाइम लेक्चरर के रूप में पढ़ाती थीं।
युवक पहले से ही शादी शुदा था, जबकि पीड़िता की शादी कहीं लगने वाली थी इसकी चर्चाएं चल रही थी, युवक पिछले 3 महीने से युवती का पीछा कर रहा था, युवती शिक्षिका ने उसके शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। पीड़िता 40 प्रतिशत झुलस गई और उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। उसकी छाती और पीठ के अलावा उसका चेहरा पूरी तरह से झुलस गया था। डॉक्टरों को ऐसा लग रहा था कि कि यदि वह बच भी जाती तो भविष्य में कुछ भी अपनी आंखों से नहीं देख पाएगी।
जांच अधिकारी ने कहा, “वे एक ही बस में सफर करते थे और तीन महीने पहले बस में ही एक बार दोनों के बीच तीखी तकरार हुई थी। उसके बाद महिला ने अपने परिजनों को इस बारे में जानकारी दी और उन्होंने पीड़िता को चतुराई से मामले से निपटने की सलाह दी थी।”