मुंबई हमलों के मास्टर माइंड हाफिज सईद को टेरर फंडिंग में दोषी करार देना पाकिस्तान की एक चाल नजर आ रही है। एफएटीएफ से ब्लैक लिस्टेड होने से बचने के लिए पाकिस्तान का ये नया पैंतरा माना जा रहा है।
पाकिस्तान अभी एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में शामिल है। आतंकियों और आतंकी संगठनों पर कार्रवाई के लिए अंतर्राष्ट्रीय दबाव होने के चलते पाकिस्तान ने दिखावे के नाम पर हाफिज सईद को 11 साल की कैद की सजा सुनाई है।
दुनिया जानती है कि पाकिस्तान में हाफिज की क्या चलती है। हाफिज की सुरक्षा, उसके रुकने का ठिकाना। उसकी खातिरदारी इन सभी का वीडियो पहले ही वायरल हो चुका है। दुनियाभर की नजर हाफिज की जेल और वहां उसकी खातिरदारी पर होगी।
पाकिस्तान एफएटीएफ की काली सूची में पड़ने से बचने के लिए पहले भी इस तरह की अदालती कार्रवाई को उदाहरण के तौर पर पेश करने का प्रयास करता रहा है। उसे बार-बार मोहलत मिलती रही है, पर पाक ने आतंक के स्रोतों पर निर्णायक कार्रवाई नहीं की।