प्रोफेसर स्काॅट स्टर्न ने इस अवसर पर एक प्रस्तुतीकरण भी दिया। जिसमें उपरोक्त आर्थिक-सामाजिक इंडेक्स के सर्वे के माध्यम राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के आर्थिक विकास पर अध्ययन कर उनके विकास के लिए नए प्रोग्राम और नीति आदि तैयार करने में मदद मिलेगी ताकि ग्रामीण ग्रामीण क्षेत्रों का समुचित विकास हो सके और लोगों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सके। इसके माध्यम से प्रमुख रूप से रोजगार उपलब्ध कराना एवं एक वैज्ञानिक अध्ययन के माध्यम से आर्थिक सुधार पर कार्य करने के लिए यह अच्छे उपाए साबित होंगे।
इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में चलाए जा रहे सुपोषण अभियान, हाॅट-बाजारों और शहरी स्लम इलाकों में चलित अस्पताल तथा बस्तर क्षेत्र में पिछले 15 सालों से बंद पड़े लगभग 300 स्कूलों को फिर से प्रारंभ करने और महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण में दिए जा रहे विशेष ध्यान को बड़ा कदम बताया। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी ने छत्तीसगढ़ के प्रमुख सोशल इंडेक्स के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव आर.पी.मण्डल, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, सीएसआईडीसी के एमडी अरूण प्रसाद सहित हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत आईएएस अधिकारी सु एम.गीता भी उपस्थित रहीं।