पांडेसरा जीआईडीसी में वॉकी टोजियम केमिकल फैक्ट्री में बॉयलर फटने से भीषण आग लग गई। फायर ब्रिगेड ने दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। ब्लास्ट होने पर अफरा-तफरी मच गई। फायर विभाग के अधिकारी ने बताया कि एक के बाद एक कई धमाके हुए। एक कामदार तीसरी मंजिल से कूदा, जिससे वह घायल हो गया।
एक के बाद एक कई ब्लास्ट
वाकी टोजियम केमिकल फैक्टरी के मालिक कौशल भाई और बंसी भाई है। फैक्ट्री में केमिकल के रॉ-मटेरियल से कपड़ा डाइंग हाउस किे लिए केमिकल बनाया जाता था। केमिकल के जलने से एक के बाद एक कई ब्लॉस्ट हुए। फैक्टरी से धुएं के गुबार निकलते दिखाई दिए। इससे आसपास के लोग वहां पर जमा हो गए।
काफी मात्रा में केमिकल था, इसलिए आग बुझाने में मुश्किलें
सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां समय पर पहुंच गई। किंतु फैक्ट्री में काफी केमिकल होने के कारण आग बुझाने में काफी मुश्किलें आईं। इस फैक्टरी में 50 मजदूर काम कर रहे थे। इससे यह संभावना है कि अभी भी कई लोग वहां फंसे हो सकते हैं। घटनास्थल पर पहुंचे एक पुलिस अधिकारी और कुछ पत्रकारों की आंखों में जलन की शिकायतें मिली।
मेरे दो साथी गायब हैं-अमन सिंह
सिविल हॉस्पिटल में इलाज करवा रहे घायल मजदूर अमन सिंह ने बताया कि मैं काम कर रहा था। तब आग लग गई, मैं तीसरी मंजिल से कूद गया। मेरे साथ काम कर रहे दो साथियों पप्पू और आमोद का कुछ पता नहीं चल पाया है। मुझे उनकी चिंता हो रही है, वे जीवित हैं भी या नहीं।
फायर सेफ्टी के संसाधनों का एनओसी नहीं
फायर ऑफिसर ने बताया कि फैक्ट्री में नाइट्रिक एसिड स्प्रींड होने के कारण आग पर काबू पाने में मुश्किलें आईं थी। फैक्ट्री में फायर सेफ्टी के संसाधन थे, किंतु उनकी एनओसी नहीं ली गई थी। इस कारण अधिकारियों से चर्चा के बाद फैक्टरी मालिक पर कार्रवाई कीे जाएगी। फैक्ट्री में कई खतरनाक केमिकल भी थे, पर आग उन रसायनों तक नहीं पहुंच पाई।