नई दिल्ली. शेयर बाजार के बाद अब दुनियाभर में सोने की कीमतों (Gold Price fell as much as 5%) में भारी गिरावट देखने को मिली है. न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस की वजह से कम होती बिजनेस गतिविधियों के चलते आई शेयर बाजारों में गिरावट के बाद अपने आप को घाटे से उबारने के लिए निवेशकों ने सोने को बेचा है. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शुक्रवार को सोने की कीमतें 5 फीसदी तक लुढ़क गई. साल 2013 के बाद सोने की कीमतों में एक दिन में इतनी बड़ी गिरावट आई है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसका असर घरेलू सर्राफा बाजार पर भी दिखेगा. क्योंकि, सोना महंगा होने से आम लोगों ने शादियों के सीजन में भी खरीदारी से दूरी बनाई है. पिछले हफ्ते, तीन दिन में सोना 1000 रुपये प्रति दस ग्राम से ज्यादा सस्ता हो गया है. आगे भी कीमतों में 3000 रुपये प्रति दस ग्राम तक की गिरावट आ सकती है.
सोना-चांदी पैलेटिनम की कीमतों में बड़ी गिरावट- ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार को सोना 4.5 फीसदी गिरकर 1571 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. यह जून 2013 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है. वहीं, चांदी और पैलेटिनम की कीमतों में साल 2008 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट आई है.
कितना सस्ता होगा सोना- केडिया कमोडिटी के एमडी अजय केडिया ने न्यूज18 हिंदी को बताया कि मुनाफावसूली की वजह से ग्लोबल बाजार में सोने की कीमतें गिरी है. हालांकि, अगले हफ्ते निचले स्तर से कुछ रिकवरी आ सकती है. लेकिन बड़ी तेजी की उम्मीद अब नहीं है. घरेलू बाजार में भी सोना 5-7 फीसदी तक सस्ता हो सकता है. केडिया बताते हैं कि घरेलू सर्राफा बाजार में सोने की कीमतें 43,000 रुपये प्रति दस ग्राम से गिरकर 39 रुपये प्रति दस ग्राम तक आ सकती है.
मार्च महीने में अक्सर गिरती हैं सोने की कीमतें- केडिया कहते हैं कि अगर पिछले 10 साल के आंकड़ों पर नज़र डालें तो मार्च मीहने में अक्सर सोने की कीमतें गिरती है. 2016 ऐसा साल रहा है. जब सोने की कीमतों में गिरावट नहीं आई.