राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रविवार को दो दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ आए थे। इस दौरान वे सोमवार गुरु घासीदास सेंट्रल विश्वविद्यालय के दिक्षांत समारोह में शामिल हुए। दिक्षांत समारोह के बाद राष्ट्रपति कोविंद दोपहर दिल्ली लौटे। दिल्ली रवाना होने से पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राष्ट्रपति कोविंद का स्वागत किया।
इससे पहले गुरु घासीदास सेंट्रल विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने टॉपर को मेडल और उपाधि दिया। 94.9 अंक लाने वाली क्वीनी यादव को राष्ट्रपति ने सबसे पहले मेडल और उपाधि दिया। क्वीनी यादव सत्र 2018-19 की यूनिवर्सिटी टॉपर है, उसने 2 मेडल लिया है। वहीं दीक्षांत समारोह में मेडल पाने वालों में बेटियों की संख्या ज्यादा है। महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस पर खुशी जाहिर की।
अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि स्वर्ण पदक प्राप्त करने में बेटियों की संख्या ज्यादा है। यह बेहद ही प्रसन्नता वाली बात है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी खुशी जताते हुए कहा कि मेडल लेने में छात्राओं ने बाजी मारी है, उन्हें खूब बधाई। इसमें अनुसूचित जाति-जनजाति की छात्राएं हैं यह गर्व की बात है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि सतनाम पंत के संस्थापक गुरुघासीदास जी के नाम से संचालित विवि में आकर प्रसन्नता हो रही है। आज सोमवार का शुभ दिन है 1756 में सोमवार के दिन घासीदास जी का अवतरण हुआ। उनका सन्देश – मनखे मनखे एक समान। गिरौधपुरी की भव्यता के मैंने यहां दर्शन किए हैं। दीक्षांत समारोह के दौरान राष्ट्रपति ने नवनिर्मित 5 भवनों का लोकार्पण किया।