भारत निश्चित तौर पर एक उभरती महाशक्ति है। जब भारत आजाद हुआ था तब अंग्रेजों ने कहा था कि भारत अपने दम पर कुछ भी नहीं कर पाएगा उसे एक सुई के निर्माण के लिए भी ब्रिटेन के पास आना पड़ेगा। आज भारत एक उभरती महाशक्ति है जो निकट भविष्य में अपने मुकाम पर पहुंच जाएगा।
रक्षा तंत्र में हमारी भी एक पहचान है। अंतरिक्ष में सैटेलाइट भेजने से लेकर व्यापार करने तक के लिए दुनिया के लोगों में भारत पहली पसंद है। हाल ही में भारत की अर्थव्यवस्था यूनाइटेड किंगडम से भी अधिक हो गई थी। भारत ने मिसाइल बनाने में भी खुद को साबित कर दिया है। अब भारत भविष्य के एक ऐसे हथियार पर काम कर रहा है जो भारत की तकनीक और शक्ति को कई गुना बढ़ा देगी। इस बात को लेकर कई महाशक्ति चिंतित भी हैं क्योंकि भारत एक प्रबल दावेदार बन गया है।
भारत के मिसाइल तकनीक का लोहा पूरा विस्व मानता है। एक के बाद एक ताकतवर सुरक्षा कवच तैयार करने के बाद भारत अब अपने अगले साहसिक कदम की तरफ बढ़ रहा है।
सूत्रों और मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो रक्षा अनुसन्धान और विकास संगठन पिछले कई सालों से सूर्य मिसाइल सिस्टम पर काम कर रहे है। बताया जा रहा है कि इस मिसाइल का परीक्षण भी गुप्त ही होगा।
भारत के सर्वाधिक सीक्रेट प्लान के तहत बनायी गयी इस मिसाइल की मारक क्षमता के बारे में बताया जा रहा है कि इसकी मारक क्षमता 10,000 से 12,000 किमी तक की है, यह एक इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल है। जिसकी रफ्तार 20,000 किलोमीटर प्रतिघंटा की हो सकती है। इसकी जद में पूरा विस्व होगा। इसका भी प्रथम उद्देश्य सुरक्षा और शांति है।