हरिद्वार
धर्मनगरी हरिद्वार में आयोजित हो रहे महाकुम्भ 2021 मेले में नागा साधु-संतों के अनोखे रूप के साथ इस बार धर्म संस्कृति और दुनिया से जुड़े विभिन्न दृश्य भी देखने को मिल रहे हैं। जहां हरिद्वार कुम्भ मेले में इस बार नागा साधु संत अपनी सालों की विभिन्न तपस्या, आराधना और अपने तेज से लोगों को मंत्रमुग्ध कर रहे हैं तो वहीं हरिद्वार में एक संत ऐसे भी हैं जिनकी कद-काठी श्रद्धालुओं में चर्चा का विषय बनी हुई है।
जूना अखाड़े के नागा संन्यासी स्वामी नारायण नंद की जिनकी ऊंचाई मात्र 18 इंच है और वजन सिर्फ 18 किलो। कहा जा रहा है कि नागा संन्यासी स्वामी नारायण नंद दुनिया के सबसे छोटे नागा संन्यासी भी हैं। हरिद्वार में जिस श्रद्धालु की नज़र स्वामी नारायण नंद पर पड़ती है वह श्रद्धालु स्वामी नारायण नंद की और आकर्षित हो जाता है और उनका आशीर्वाद प्राप्त करता है।
नारायण नंद 55 वर्ष के हैं और वह मध्य प्रदेश झांसी के रहने वाले है। वह कुम्भ 2010 में जूना अखाड़े में शामिल हुए थे। फिर उन्होंने नागा संन्यासी की दीक्षा प्राप्ति की। नागा संन्यासी बनने से पहले उन का नाम सत्यनारायण पाठक था। संन्यासी दीक्षा लेने के बाद इन का नाम नारायण नंद महाराज हो गया और तब से ही वह भगवान शिव की भक्ति में लीन हैं।