ज्योतिष शास्त्र में शनि को न्याय का देवता और दंडाधिकारी कहा गया है क्योंकि शनि कर्म के आधार पर फल देते हैं. शनि सबसे धीमी चाल चलकर ढाई साल में राशि परिवर्तन करते हैं और शनि की स्थिति में बदलाव बड़ा प्रभाव डालता है. राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चलती है. साल 2023 में शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही कुंभ राशि पर साढ़े साती का दूसरा चरण प्रारंभ हो गया था, अब साल 2025 में शनि के मीन राशि में प्रवेश करने पर यह समाप्त हो जाएगा. लेकिन सवाल यह है कि कुंभ राशि को कब तक शनि की साढ़े साती झेलनी पड़ेगी.
इस समय शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में हैं और कुंभ राशि को साढ़े साती का कष्ट दे रहे हैं. अभी कुंभ राशि पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है.