बालाघाट । कोरोना संक्रमित एवं कोरोना के संदिग्ध मरीजों का पता लगाकर उन्हें आइसोलेट करने एवं उनका त्वरित इलाज प्रारंभ करने के लिए कलेक्टर दीपक आर्य द्वारा आरबीएसके एवं आयुष चिकित्सकों की टीम बनाकर उन्हें सर्वे का कार्य सौंपा गया है।
जिले के प्रत्येक विकासखंड एवं नगरीय क्षेत्रों के लिए तीन-तीन टीम बनाई गई है। इन टीमों द्वारा अपने-अपने सेक्टर में सर्वे का कार्य किया जा रहा है। आरबीएसके एवं आयुष चिकित्सकों की इन टीमों द्वारा घर-घर जाकर सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों का तापमान एवं आक्सीजन का लेवल चेक किया जा रहा है और कोरोना के संदिग्ध मरीज पाए जाने पर उन्हें तत्काल होम आइसोलेशन में अलग कर दिया जा रहा है। ऐसे मरीजों पर ग्राम आशा कार्यकर्ता एवं एएनएम की मदद से निगरानी रखी जा रही है और कोरोना के लक्षण पाये जाने पर उन्हें दवाओं का किट प्रदान किया जा रहा है। सर्वे टीमों को अपने-अपने क्षेत्र के प्रत्येक घरों का सर्वे का कार्य तेजी से पूर्ण करने कहा गया है।
चिकित्सकों की यह टीम कोरोना पॉजिटिव मरीज जो होम आइसोलेशन में रह रहे हैं उनसे भी सम्पर्क कर रही है और उन्हें आवश्यकता के अनुसार दवाए एवं परामर्श भी उपलब्ध करा रही है। चिकित्सकों की इन सर्वे टीमों को मरीजों के तापमान की जांच के लिए थर्मल स्केनर एवं आक्सीजन लेवल की जांच के लिए आक्सीमीटर एवं पीपीइ किट भी उपलब्ध कराई गई है। ऐसे मरीजों पर ग्राम आशा कार्यकर्ता एवं एएनएम की मदद से निगरानी रखी जा रही है और कोरोना के लक्षण पाये जाने पर उन्हें दवाओं का किट प्रदान किया जा रहा है। सर्वे टीमों को अपने-अपने क्षेत्र के प्रत्येक घरों का सर्वे का कार्य तेजी से पूर्ण करने कहा गया है।