मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा समस्त आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को निःशुल्क कोविड उपचार कराने हेतु मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना लागू की गई है। इस योजना के अंतर्गत आयुष्मान योजना के कार्ड धारक लोगों एवं उनके परिजनों एवं आयुष्मान योजना के अंतर्गत पात्र परिवारों को प्रायवेट अस्पतालों में नि:शुल्क उपचार किया जायेगा।
मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के लिए जिले के 08 निजी अस्पतालों को चिन्हित किया गया है और उनमें उपलब्ध कुल बेड के 20 प्रतिशत आयुष्मान योजना के हितग्राहियों के लिए आरक्षित कर दिये गये है। निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के कोविड पाजेटिव मरीज का 05 लाख रुपये तक उपचार नि:शुल्क किया जायेगा और 05 हजार रुपये की स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न जांचे नि:शुल्क कराई जायेगी। मरीज के उपचार के बाद शासन द्वारा प्रायवेट अस्पताल को आयुष्मान योजना के हितग्राही के उपचार एवं जांच में व्यय हुई राशि प्रदान की जायेगी।
आयुष्मान योजना के 06 कोविड मरीजों का उपचार प्रारंभ
जिले में आयुष्मान योजना के हितग्राहियों के लिए उपचार के लिए निजी चिकित्सालय मिताली नर्सिंग होम्स बालाघाट में 20 बेड्स में से 04 बेड, निदान हास्पिटल में 14 में से 03 बेड, श्रीवास्तव नर्सिंग होम्स में 12 में से 02 बेड, आरोग्यम हास्पिटल में 40 में से08 बेड, सरदार पटेल सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में 50 में से 10 बेड एवं गणपति मेमोरियल बालाघाट में 10 में से 02, लाईफ केयर हास्पिटल में 30 में से 06 एवं रानी अवंतिबाई लोधी चिकित्सालय में 30 बेड्स में से 06 बेड आरक्षित किये गये है। 11 मई तक जिले के इन निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के हितग्राही कोविड मरीज से 06 बेड भरे जा चुके है।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने 11 मई को अधिकारियों की बैठक लेकर मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना में जिले में हुई अब तक की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना की नोडल अधिकारी एवं जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती उमा माहेश्वरी, सहायक कलेक्टर श्री दलीप कुमार, सहायक नोडल अधिकारी श्री राजाराम चक्रवर्ती, आजीविका मिशन के जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं सहायक अधिकारी श्री ओम प्रकाश बेदुआ, मनरेगा के परियोजना अधिकारी एवं सहायक अधिकारी श्री संदीप चौधरी, डीपीएम श्री डेहरिया एवं आयुष्मान कार्ड बनाने वाली एजेंसी के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री आर्य ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले के चिन्हित निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के हितग्राहियों के लिए आरक्षित बेड्स पर सभी पात्र कोविड मरीजों को शीघ्र भर्ती कराया जाये। जिन पात्र लोगों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है उनके दस्तावेज लेकर तीन दिनों के भीतर कार्ड बनाकर दें। इस योजना के सहायक अधिकारी उन्हें आबंटित निजी अस्पतालों की सतत निगरानी करें और आयुष्मान योजना के कोविड मरीज का नि:शुल्क उपचार करायें।
मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के सहायक अधिकारी आजीविका मिशन के जिला कार्यक्रम समन्वयक श्री ओम प्रकाश बेदुआ को सरदार पटेल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, गणपति मेमोरियल अस्पताल, लाईफ केयर अस्पताल एवं रानी अवंति बाई चिकित्सालय के आरक्षित बेड्स पर आयुषमान कार्ड धारक कोविड मरीजों को भर्ती कराने एवं उनके उपचार पर निगरानी रखने का दायित्व सौपा गया है। इसी प्रकार मनरेगा के परियोजना अधिकारी एवं सहायक अधिकारी श्री संदीप चौधरी को मिताली नर्सिंग होम, निदान अस्पताल, आरोग्यम एवं श्रीवास्तव नर्सिंग होम के आरक्षित बेड्स पर आयुषमान कार्ड धारक कोविड मरीजों को भर्ती कराने एवं उनके उपचार पर निगरानी रखने का दायित्व सौपा गया है। मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के भर्ती मरीजों से निजी चिकित्सालयों द्वारा निर्धारित राशि से अधिक वसूल करने या किसी भी समस्या/कठिनाई होने पर 1075 टोल फ्री नं पर शिकायत दर्ज की जा सकती हैं।
बैठक में बताया गया कि बालाघाट जिले में अब तक आयुष्मान योजना के अंतर्गत पात्रता रखने वाले 6 लाख 82 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके है। जिले में इस योजना के अंतर्गत अनुमानित 13 लाख पात्र लोग है। कलेक्टर श्री आर्य ने शेष पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड तेजी से बनाने के निर्देश दिये है। जिन पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड अब तक नहीं बने है वे दस्तावेज लेकर अपने क्षेत्र के जनपद पंचायत कार्यालय या खंड चिकित्सालय जाकर यह कार्ड बनवा सकते है।