विशेष संवाददाता दिपेश मोहारे
सभी महाविद्यालयों के छात्र एवं छात्राएं अब एन सी सी एक वैकल्पिक विषय के रूप में ले सकेंगे। यह जानकारी देते हुए 6 म.प्र. स्वतंत्र कंपनी के कमान अधिकारी लेफिट कर्नल एम रविचंद्रन ने बताया कि एन सी सी महानिदेशालय, नई दिल्ली द्वारा एन सी सी को नई शिक्षा नीति के तहत बतौर वैकल्पिक विषय के रूप में महाविद्यालयों में शामिल करने की सिफारिस की गई थी, जिसे यू जी सी द्वारा स्वीकार करने के बाद मंजूरी दे दी गई है। यू जी सी द्वारा देश भर के सभी सरकारी एवं निजी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में एन सी सी को एक विषय के रूप में शामिल किया जायेगा। इस विषय में 8 चेप्टर थ्योरी के, 6 प्रेक्टिल एवं 10 चैप्टर कैम्प के होंगे। इस संबंध में कमान अधिकारी ने बताया कि विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं कुलसचिवों से इसी वर्ष से एन सी सी को एक वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल करने की बातचीत की जायेगी, इससे इच्छुक छात्र एवं छात्राओं को शीघ्र ही लाभ मिल सकें।
एन सी सी विघार्थियों में अनुशासन, चरित्र निर्माण एवं निःस्वार्थ सेवा भाव विकसित करने का कार्य 1948 से कर रही है। एन सी सी ने कई अधिकारी इस देश को दिये है। भारतीय सेना जैसे गौरवमयी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने के इच्छुक विघार्थियों के लिये एन सी सी एक महत्वपूर्ण विषय साबित होगा। अभी तक एन सी सी में स्थान सीमित होने के कारण अनेक छात्र एवं छात्राएं एन सी सी लेने से छूट जाते थे, किन्तु वैकल्पक विषय के रूप में शामिल होने से एन सी सी का लाभ सभी विद्यार्थी उठा सकते है एवं सेना में शानदार कैरियर बना सकते है।