भारतीय शेयर बाजारों से विदेशी निवेशकों की बिकवाली रुकने का नाम नहीं ले रही है. मई लगातार आठवां महीना है जब एफपीआई बिकवाल बने हुए हैं. मई के पहले दो हफ्ते में ही एफपीआई ने 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा घरेलू बाजार से निकाल लिए हैं. अकेले इसी साल यानी 2022 में विदेशी निवेशकों 1.48 लाख करोड़ रुपए भारतीय बाजारों से निकाले हैं.
अब सवाल ये है कि 8 महीने से जारी बिकवाली कब रुकेगी. मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार अब लगभग ओवरसोल्ड की स्थिति में जा चुका है. अब विदेशी निवेशकों के बिकवाली की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ती दिख सकती है.
बिकवाली जारी रह सकती है
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुतबाकि रिलायंस सिक्योरिटी के मिथुल शाह ने कहा कि भारतीय बाजारों में विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी रही सकती है. लेकिन जितनी बिकवाली अब तक हो गई है उसे देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि अब बिकवाली की रफ्तार थमती नजर आएगी.
जियोजीत फाइनेंशियल के वी के विजयकुमार ने कहा कि मई में दुनियाभर के बाजार कमजोर रहे लिहाजा मई में बिकवाली जारी रही. अब आगे बिकवाली के वैल्यूम में कमी देखने को मिलेगी. एफपीआई की सेलिंग काफी हदतक ग्लोबल मार्केट पर निर्भर करेगी.