Kerala NEET Exam: केरल के कोल्लम जिले में 17 वर्षीय एक लड़की के पिता ने सोमवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी बेटी को परीक्षा में बैठने के लिए अपना अंत:वस्त्र निकालने के लिए कहा गया.
कोल्लम. केरल के कोल्लम में रविवार को राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट) से पहले कथित तौर पर अपने इनरवियर (ब्रा) उतारने के लिए मजबूर होने वाली कई छात्राओं में से एक ने मंगलवार को अपने उस अपमानजनक हालात का जिक्र किया जब वह परीक्षा में बैठी हुई थी और अपने सीने को ढकने के लिए अपने बालों का इस्तेमाल कर रही थी. देशभर के मेडिक कॉलेजों में प्रवेश के लिए राष्ट्रव्यापी परीक्षा नीट के दौरान परीक्षा केंद्र पर क्या हुआ, यह साझा करते हुए 17 वर्षीय युवती ने घुट-घुट कर कहा कि यह एक ‘बहुत बुरा अनुभव’ था.
छात्रा ने एनडीटीवी से कहा, “उन्होंने मुझे बुलाया और कहा कि स्कैनिंग होगी. हमने सोचा कि स्कैन करने के बाद वे हमें जाने देंगे, लेकिन उन्होंने हमें दो कतारों में खड़ा कर दिया – एक बिना धातु के हुक वाली ब्रा पहनने वाली लड़कियों के लिए, और दूसरी लाइन …” उसने आगे बताया, “उन्होंने मुझसे पूछा, क्या आपने धातु के हुक के साथ अंडरवियर पहना है? मैंने कहा हां, इसलिए मुझे दूसरी लाइन में शामिल होने के लिए कहा गया.” लड़की ने बताया कि उसे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर ये सब क्या हो रहा था और क्यों हो रहा था.
छात्रा ने कहा, “उन्होंने हमें अपनी ब्रा निकालने और उसे एक टेबल पर रखने के लिए कहा. सभी की ब्रा एक साथ बंधी हुई थीं. हमें यह भी नहीं पता था कि वापस आने पर हमें अपनी ब्रा वापस मिलेगी या नहीं. जब हम वापस आए तो भीड़ थी. एक तरह से हाथापाई हो रही थी. लेकिन मुझे मेरी ब्रा मिल गई.” हालात से मजबूर कुछ लड़कियां शर्म से रो पड़ीं. तभी वहां महिला सुरक्षा कर्मचारियों में से एक ने कथित तौर पर पूछा, “तुम क्यों रो रहे हो?” परीक्षा से निकलने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने हड़बड़ी मचाते हुए निर्देश दिया कि सभी अपनी ब्रा उठाकर आगे बढ़ते चलें.
लड़की ने आरोप लगाया, “उन्होंने कहा कि अपनी ब्रा हाथ में लेकर चले जाओ, उन्हें पहनने की कोई जरूरत नहीं है, हम यह सुनकर बहुत शर्मिंदा हुए. लेकिन सभी ने बदलने तक का इंतजार किया. वहां अंधेरा था और कपड़े बदलने के लिए कोई जगह नहीं थी… यह एक भयानक अनुभव था. जब हम परीक्षा लिख रहे थे, हमने अपने बाल सामने रखे क्योंकि हमारे पास खुद को ढकने के लिए कोई शॉल नहीं था… लड़के और लड़कियां थे और यह वास्तव में मुश्किल और बेहद असहज करने वाला था.”
छात्रा ने कहा, “उन्होंने हमें अपनी ब्रा निकालने और उसे एक टेबल पर रखने के लिए कहा. सभी की ब्रा एक साथ बंधी हुई थीं. हमें यह भी नहीं पता था कि वापस आने पर हमें अपनी ब्रा वापस मिलेगी या नहीं. जब हम वापस आए तो भीड़ थी. एक तरह से हाथापाई हो रही थी. लेकिन मुझे मेरी ब्रा मिल गई.” हालात से मजबूर कुछ लड़कियां शर्म से रो पड़ीं. तभी वहां महिला सुरक्षा कर्मचारियों में से एक ने कथित तौर पर पूछा, “तुम क्यों रो रहे हो?” परीक्षा से निकलने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने हड़बड़ी मचाते हुए निर्देश दिया कि सभी अपनी ब्रा उठाकर आगे बढ़ते चलें.
लड़की ने आरोप लगाया, “उन्होंने कहा कि अपनी ब्रा हाथ में लेकर चले जाओ, उन्हें पहनने की कोई जरूरत नहीं है, हम यह सुनकर बहुत शर्मिंदा हुए. लेकिन सभी ने बदलने तक का इंतजार किया. वहां अंधेरा था और कपड़े बदलने के लिए कोई जगह नहीं थी… यह एक भयानक अनुभव था. जब हम परीक्षा लिख रहे थे, हमने अपने बाल सामने रखे क्योंकि हमारे पास खुद को ढकने के लिए कोई शॉल नहीं था… लड़के और लड़कियां थे और यह वास्तव में मुश्किल और बेहद असहज करने वाला था.”