हाइलाइट्स
मोरिंगा यानी सहजन डायबिटीज के साथ ही दिल के लिए भी फायदेमंद है.
सहजन का अचार हड्डियों से जुड़ी परेशानियों में भी फायदेमंद होता है.
सहजन का अचार रेसिपी (Moringa Pickle Recipe): सहजन का अचार पौष्टिकता से भरपूर होने के साथ ही स्वाद में भी लाजवाब होता है. कच्ची कैरी का अचार, नींबू का अचार, आंवला अचार का स्वाद तो आपने कई बार लिया होगा लेकिन अगर सहजन का अचार टेस्ट नहीं किया है तो इसे बेहद आसानी से घर पर ही तैयार किया जा सकता है. बता दें कि सहजन में पोषक तत्वों का खजाना है और इसकी फली का सेवन कई बड़ी बीमारियों में फायदेमंद होता है. डायबिटीज कंट्रोल करने, वजन घटाने से लेकर दिल संबंधी समस्याओं में भी सहजन का अचार फायदा पहुंचाता है. हड्डियों के लिए तो सहजन बेहद लाभकारी होती है.
आप भी अगर स्वाद के साथ पोषण को लेकर फिक्रमंद रहते हैं तो सहजन का अचार एक बढ़िया विकल्प हो सकता है. सहजन का अचार बनाना आसान है और इसे कम वक्त में ही तैयार किया जा सकता है. आइए जान लेते हैं सहजन अचार बनाने की रेसिपी.
सहजन का अचार बनाने के लिए सामग्री
सहजन फली कटी – 2 कटोरी
राई पिसी – 3 टी स्पून
लाल मिर्च पाउडर – 2 टी स्पून
हल्दी – 1/2 टी स्पून
राई दाल पिसी – 1 टेबलस्पून
सिरका – 1 टी स्पून
मेथी दाना – 1 टेबलस्पून
सौंफ – 1/2 टेबलस्पून
हींग – 2 चुटकी
तेल – जरूरत के मुताबिक
नमक – स्वादानुसार
सहजन का अचार बनाने की विधि
सहजन का अचार बनाने के लिए सबसे पहले सहजन फली को धोएं और उसके बाद उन्हें काट लें. अब एक बर्तन में पानी डालकर उसे गैस पर गर्म करने रख दें और उसमें सहजन फली डाल दें. अब फलियों को 5 मिनट तक उबाल लें. इसके बाद उन्हें छान लें. अब एक कांच की बरनी (जार) लें और उसमें प्रोसेसिंग के लिए राई और नमक डालकर ऊपर से गुनगुना पानी डालें. इसके बाद उबली हुई फलियां डालें और बरनी का ढक्कन लगाकर 3 दिन के लिए अलग रख दें.
तीन दिन में फली में खट्टापन उतर आएगा और फलियां अचार डालने के लिए तैयार हो जाएंगी. तीन दिन बाद फलियों को बरनी में से निकालें और उन्हें धोकर धूप में 3 से 4 घंटे तक सूखने के लिए रख दें. इसके बाद एक कड़ाही में तेल डालकर उसे मीडियम आंच पर गर्म करें. तेल गर्म होने के बाद इसमें हींग डालें और फिर गैस बंद कर दें. इसके बाद फलियों को तेल में डाल दें और उन्हें कुछ देर छोड़ दें.
जब तेल ठंडा हो जाए तो उसमें राई, मेथी दाना, हल्दी समेत सारे सूखे मसाले डालें और अच्छी तरह से मिक्स कर दें. जरूरत के मुताबिक नमक और सिरका डालकर अचार को मिलाएं और फिर उसे दोबारा कांच की बरनी में भरकर छोड़ दें. दो से तीन दिन बाद अचार खाने के लिए रेडी हो जाएगा. सहजन का अचार लंच या डिनर के साथ कभी भी सर्व किया जा सकता है.