छत्तीसगढ़ में डीजी दुनिया प्रोजेक्ट के अन्तर्गत सरकारी स्कूल में डिजिटल शिक्षा को बढ़वा देने के लिए छत्तीसगढ़ के 1246 सरकारी स्कूलों में आईसीटी कम्प्यूटर लैब और डिजीटल लैब बनाया गया है इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत सरकारी स्कूलो के बच्चो को डिजीटल रूप से कम्प्यूटर और प्रोजेक्टर के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है। इसके लिए हर स्कूल में डीजी मित्र का नियुक्ति किया गया है।डीजी मित्रो का कहना है कि प्रोजेक्ट कागजात में ही सही चल रहा है जमीनी हकीकत कुछ और है। प्रोजेक्ट का संचालन करने वाली एडिक सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड नोएडा की यह कंपनी डीजी मित्र का नियुक्ति 12 अगस्त 2022 में किया गया था, तब से कंप्यूटर और प्रोजेक्टर जो खराब पड़े है उनका सुधार लगातार शिकायत करने के बाद में नही किया जा रहा है। साथ ही लगे उपकरण भी उतने अच्छी गुणवत्ता के नही है कि इसके माध्यम से डिजीटल शिक्षा की सपना देख सके। डीजी मित्र को इसके संचालन के लिए नियुक्त कर उनके साथ ही शोषण कर रहे है, डीजी मित्र को 3 से 4 माह काम कराकर 1 महिने का वेतन देने की बात कह रही है, आवाज उठाने वाले को जॉब से निकालने की धमकी और मानसिक तौर से शोषण किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ वेतनमान का भी पालन नहीं किया जा रहा है साथ ही वेतन 7500 की वेतन में 10%TDS भी काटा जा रहा है। इन डीजी मित्रो को हर 3-3 माह का ज्वाइनिंग लेटर दिया गया। इस तरह के गंभीर मुद्दों के लेकर विभिन्न जिले के डीजी मित्रो ने 1 मुख्यमंत्री निवास स्थान में पहुंच कर मुख्यमंत्री के सुपुत्र चैतन्य बघेल और मुख्यमंत्री के OSD मनीष बनछोर से बात किया।साथ ही मुख्यमंत्री के सुपुत्र चैतन्य बघेल इस मामले में कार्यवाही का भरोसे दिया। डीजी मित्र इसके साथ ही परियोजन आधिकारी, शिक्षा आधिकारी साथ ही श्रम विभाग के चक्कर काट ही रहे है। लेकिन किसी ने सही ढग से इनका सुध नहीं लिया जा रहे है।