बिलासपुर। बिलासपुर ज़िले में आबकारी विभाग का अवैध शराब के नाम पर वसूली अभियान जारी है। रतनपुर के गहलोत ढाबा में मात्र दो पौवा देसी शराब पकड़ने के नाम पर ढाबा संचालक के भाई को हिरासत में ले लिया और छोड़ने के बदले में पचास हज़ार रुपये की माँग की गई। हैरानी की बात यह है कि आबकारी विभाग के संदिग्ध अधिकारी के साथ शराब बेचने वाले प्लेसमेंट कंपनी का कर्मचारी आया था। जिसे कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है उसके बाद भी वसूली अभियान में मस्त आबकारी विभाग ने नियम क़ायदे को तिलांजलि देकर ढाबा संचालक आशीष गहलोत के भाई अशोक गहलोत को पकड़कर अज्ञात स्थान पर ले गई और ढाबा संचालक को जानकारी नहीं दी जा रही।
पूर्व में भी ढाबा संचालक नगदी रक़म ले जा चुके है। ढाबा संचालक ने यह भी आरोप लगाया कि उसके भाई को बीच सड़क से उठाकर ले गए है। उन्होंने यह भी बताया कि दो दिन पहले भी आबकारी विभाग की टीम ने ढाबा में छापेमारी की थी। और जब उन्हें शराब नहीं मिला तो ढाबा संचालक को धमकाते हुए 25 हज़ार रुपये की माँग की गई थी। आज ढाबा में काम करने वाले मज़दूरों के लिए लाए गए सिर्फ़ दो पौवा शराब को ज़ब्त कर ले गये। और दो पौवा शराब को दो पेटी दिखाने की धमकी दी गई है।
ढाबा संचालक ने बिलासपुर कलेक्टर एसपी से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने आबकारी अमले पर ढाबा में अवैध शराब बिक्री करने का दबाव बनाने का सनसनीख़ेज़ आरोप लगाया है। इधर अवैध उगाही की बात सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। और किसी तरह मामले को रफ़ा दफ़ा करने की कोशिश जारी है।