2011 में भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में युवराज का सबसे बड़ा रोल रहा. वनडे क्रिकेट में भारत 8 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले य़ुवी ने अपना आखिरी वनडे मैच 2017 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था, जबकि आखिरी बार फरवरी 2017 में टी-20 मैच में नजर आए थे. अपने करियर में युवराज ने 304 वनडे मैच में 8701 रन बनाए हैं, जिसमें 14 शतक शामिल हैं. वहीं 58 टी20 मैच में युवी ने 136 के स्ट्राइक रेट से 1177 रन बनाए.
युवराज की पीसी की खास बातें-
- मैं टी-20 क्रिकेट खेल सकता हूं और आगे भी खेलना चाहता हूं.
- मैं अपने फैमिली फ्रेंड्स और फैंस का शुक्रिया अदा करता हूं.
- 25 साल और 22 गज की पिच में 17 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बाद मैंने अब संन्यास का फैसला किया है.
- मुझे सब कुछ इस गेम से मिला.
- इस गेम में मुझे लड़ना सिखाया. गिरकर आगे बढना सिखाया.
- मुझे सफलता से ज्यादा फेलियर मिला लेकिन मैंने हमेशा आगे जाना जारी रखा और आखिरी दम तक ऐसा करूंगा.
- मैंने अपने पिता के सपने को पूरा किया.
- मुझे उम्मीद है कि आप लोगों को मुझे गर्व रहेगा. फैंस के सपोर्ट के लिए भी शुक्रिया जो बुरे वक्त में भी मेरे साथ थे.
- 2011 में वर्ल्ड कप जीतना और चार मैन ऑफ द मैच अवार्ड हासिल करना सपने के सच होने जैसा था.
- जहीर, आशीष, वीरू, भज्जी और सचिन पाजी से मेरी इन सबको लेकर हमेशा बात हुई है. IPL के दौरान सचिन से काफी बात की कि मैं रिटायर होना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि ये तुम्हारें अंदर से आवाज आनी चाहिए था
- टेस्ट क्रिकेट का अफसोस रहेगा कि ज्यादा नहीं खेला, लेकिन बीमारी हो गई थी.
- मैंने किसी को नहीं बोला कि मुझे लास्ट मैच खेलना है. अगर मुझमें पोटेंशल था तो मैच से चला जाता
- मुझसे कहा गया था कि अगर मुझसे यो-यो टेस्ट पास नहीं होता तो मैं रिटायरमेंट मैच खेल सकता हूं. मैंने कहा कि मैं यो-यो टेस्ट पास नहीं कर पाया तो घर चला जाउंगा, लेकिन ऐसा मैच नहीं चाहिए. मैंने यो-यो टेस्ट पास किया लेकिन फिर वो उनकी कॉल थी.