जून और जुलाई के महीने में भीषण गर्मी के साथ-साथ बारिश होने से नमी भी होगी. ऐसे में इन्हीं दो महीनों में सांपों के निकलने की सबसे ज्यादा घटनाएं होती हैं. सांप और अन्य जानवरों को पकड़ने का काम करने वाले एनजीओ वाइल्डलाइफ एसओएस के आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली में जून के पहले दस दिनों में ही दिल्ली में 15 सांप पकड़े गए हैं. जबकि यह संख्या जून के आखिरी दिनों तक लगातार बढ़ती जाएगी.
वाइल्डलाइफ एसओएस का कहना है कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती जाएगी, सांप ठंडी जगहों में शरण लेने के लिए घरों के अंदर घुसेंगे. ऐसे में घरों में सांप निकलने की घटनाएं रोजाना बढ़ती जाएंगी. जहां मई के महीने में यह संख्या 25 थी, जून में यह बढ़कर दोगुनी से भी ज्यादा हो जाएगी.
दो महीनों में निकलते हैं 40 फीसदी सांप
एसओएस का कहना है कि जितनी कॉल्स पूरे साल भर में आती हैं, उसकी 40 फीसदी कॉल सिर्फ जून और जुलाई के महीने में आती हैं. एनजीओ को पूरे साल में करीब 300-350 कॉल आती हैं. जिनमें से करीब 100 कॉल जून में होती हैं. लिहाजा ये दो महीने सांपों के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं. फिलहाल में एक से दो कॉल्स की संख्या बढ़कर रोजाना आधा दर्जन भी हो सकती है.
सांप निकले तो करें 9871963535 पर करें कॉल
वाइल्डलाइफ एसओएस का कहना है कि अगर किसी को इलाके में सांप या अन्य कोई जहरीला जानवर दिखाई दे तो जिस कमरे या घर में सांप है, उस जगह को खाली करके उसका दरवाजा बंद कर दें. सांप को छेड़ें नहीं. इसके बाद तुरंत 9871963535 पर कॉल करें. यह वाइल्डलाइफ एसओएस का 24 घंटे खुला रहने वाला हेल्पलाइन का नंबर है. जिस पर कॉल जाते ही विशेषज्ञ तत्काल उस जगह के लिए रवाना होते हैं और जानवरों को पकड़ते हैं.
दिल्ली में पकड़ी गई हैं 36 प्रजातियां
एनजीओ का कहना है कि दिल्ली में अभी तक सांपों की कुल 36 प्रजातियां पकड़ी गई हैं. इनमें से कुछ काफी जहरीली हैं. जबकि कुछ सामान्य हैं. एसओएस के प्रवक्ता का कहना है कि लोग सांपों या जानवरों को देखते ही मारने के लिए दौड़ते हैं. जिसे रोकने के लिए वे सांपों को पकड़ते हैं और उन्हें सही सलामत जंगलों में छोड़ते हैं.