मोदी सरकार ने देश के तीन बड़े अखबारों के सरकारी विज्ञापन पर रोक लगा दी है . मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विपक्ष ने आरोप लगाया है कि उसने आलोचनात्मक रिपोर्टिंग के कारण द हिंदू, टाइम्स ऑफ इंडिया और एबीपी ग्रुप के द टेलीग्राफ जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के सरकारी विज्ञापन बंद कर दिए हैं.
बुधवार को चौधरी ने संसद में कहा कि मीडिया को दबाया जा रहा है और सरकार के खिलाफ बोलने पर अखबारों के विज्ञापन रोके जा रहे हैं. 25 मिलियन से ज्यादा मंथली रीडरशिप वाले तीन बड़े अखबारों का कहना है कि उन्हें मिलने वाले लाखों रुपये मूल्य के सरकारी विज्ञापन रोक दिए गए हैं. अखबारों का कहना है कि सरकारी विज्ञापनों पर ये रोक बीजेपी के बड़े बहुमत के साथ सरकार में आने के बाद लगाई गई है. ख़बरों में दावा कियागया है किसरकार ने कुछ रिपोर्ट्स से नाखुश हो ऐसा कदम उठाया है .’ वहीँ इस मामले पर बीजेपी के मुताबिक भारत में प्रेस पूरी तरह से स्वतंत्र है. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि सरकार इन तीनों अखबारों को झुकाने की कोशिश कर रही है.