छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में पिछले साल वन भैंसा श्यामू की मौत हो गई थी. श्यामू को कब्र में दफनाया गया था. अब प्रशासन श्यामू के कंकाल को कब्र से निकालने की तैयारी कर रही है. इसके लिए पशु चिकित्सकों की एक टीम भी बना दी गई है. टीम की देखरेख में जल्द ही श्यामू के कंकाल को कब्र से निकाला जाएगा. ये प्रक्रिया जल्द ही की जा सकती है.
दरअसल वन भैंसा छत्तीसगढ़ का राजकीय पशु है. वनभैंसा श्यामू के कंकाल को सरकार ने संरक्षित रखने का फैसला लिया है. सरकार ने ये फैसला वनभैंसा प्रजाति पर अध्ययन करने के लिए लिया है. बता दें श्यामू नाम का नर वनभैंसा ताउम्र गरियाबंद के उदंती अभयारण्य में रहा और पिछले साल दिसंबर में उसकी मौत हो गयी थी. वन विभाग ने डॉक्टरों की देखरेख में उसे दफनाया था और अब समय पूर्ण होने के बाद कब्र खोदकर उसके कंकाल को निकाला जायेगा.
तैयारी की जा रही है
उदंती अभयारण्य के डिप्टी डायरेक्टर आरके रायस्थ ने बताया कि पशु चिकित्सकों की टीम की देखरेख में श्यामू के कंकाल को निकाला जाएगा. इसके बाद उसे संरक्षित करने की उचित व्यवस्था की जाएगी. इसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है. बता दें कि प्रदेश मे वनभैंसा की संख्या लगातार कम होती जा रही है और इकाई की संख्या में ही इनकी तादाद बची है.